बिहारराजनीति

कांग्रेस न पिछड़ों की और न सामाजिक न्याय की हितैषी : भीम सिंह

भीम सिंह ने कांग्रेस से पूछे तीखे सवाल, कहा, कितनी गलतियों के लिए राहुल मांगेंगे माफी

पटना। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष भीम सिंह ने कांग्रेस और उनके नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी इन दिनों ओबीसी और जातीय गणना पर खूब बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके नेता छवि चमकाने के लिए गिरगिट की तरह रंग बदलते रहते है यही उनकी फितरत रही है।

श्री सिंह ने प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि जब मनमोहन सिंह जी की सरकार थी तब दोषी और आरोपी नेताओं को राजनीति से दूर रखने के लिए एक विधेयक लाया गया था। उस दौरान लालू प्रसाद चर्चा में थे। राहुल गांधी ने उस विधेयक की प्रति फाड़ दी थी। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस को भ्रष्टाचार से इतनी ही नफरत है तो आज लालू प्रसाद से गलबहियां क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज लालू प्रसाद बारात सजा रहे और राहुल कथित तौर पर दुल्हा बने हैं।

इसी तरह उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और इंदिरा गांधी के शासनकाल की भी चर्चा की।

श्री सिंह ने आगे कहा कि इन दिनों राहुल 2010 में कांग्रेस द्वारा लाए गए महिला आरक्षण बिल में ओबीसी महिलाओं को आरक्षण नहीं दिए जाने को लेकर माफी मांग रहे हैं तथा जाति आधारित गणना की भी मांग कर रहे।

उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि देश में 1931 में जातीय गणना हुई थी तब 1951 में इसे कौन रोका। उन्होंने कहा कि उस समय तो नेहरू जी ही पीएम थे।

भाजपा नेता ने कहा कि राहुल आज पिछड़ों के हितैषी होने का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1953 में काका कालेलकर आयोग बना था जिसकी रिपोर्ट 1955 में आई थी। उस रिपोर्ट में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरी में 40 प्रतिशत और ग्रेड एक और दो श्रेणी के पद में 33 प्रतिशत आरक्षण करने को कहा गया था। लेकिन कुछ वर्षों तक नेहरू जी इस रिपोर्ट को दबा कर रख लिया और फिर 1961 में सभी सीएम को पत्र लिखा कि यह जातीय आधारित आरक्षण है, जो नहीं होगा। उन्होंने कहा कि क्या राहुल जी इसके लिए भी माफी मांगेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि बिहार में 1970 में मुंगेरी लाल कमीशन बना जिसकी रिपोर्ट 1976 में आई, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने इसे लागू नहीं किया। जब कर्पूरी ठाकुर की सरकार आई तो पिछड़ों का आरक्षण लागू हुआ।

श्री सिंह ने कहा कि 1978 में मंडल कमीशन बना जिसकी रिपोर्ट 1980 में आई। कांग्रेस ने 10 वर्षों तक इसे लागू नहीं किया। 1990 में जब बी पी सिंह की सरकार बनी तो पिछड़ों का आरक्षण लागू किया। उन्होंने यह भी कहा कि नवंबर 1990 में राजीव गांधी जी सदन में बहस के दौरान इसका विरोध किया था ।

भाजपा नेता ने कांग्रेस को यह भी याद दिलाया कि राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग बनाया गया लेकिन उसे भी संवैधानिक दर्जा नहीं दिया गया। 2018 में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया।

श्री सिंह ने कांग्रेस और राहुल गांधी जी से सवालिया लहजे में पूछा कि क्या इन सभी गलतियों के लिए राहुल गांधी माफी मांगेंगे।

उन्होंने सवाल करते हुए यह भी पूछा कि 2011 में जो गणना हुई उसकी रिपोर्ट तीन सालों तक क्यों नहीं जारी की गई। दरअसल, इसमें आधे अधूरे आंकड़े थे, कई त्रुटियां थी, इसलिए सरकार इसे जारी नही कर सकी।

इस प्रेस वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह,प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित प्रकाश बबलू भी उपस्थित रहे।

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