बिहारराजनीति

बैठक के स्थगन से विपक्षी एकजुटता पर कोई असर नहीं पड़ेगा : विजय कुमार चौधरी

पटना। जदयू कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान वित्तमंत्री विजय कुमार चौधरी, खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने प्रदेशभर से आए लोगों की समस्याओं को सुनकर सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित निष्पादन हेतु निर्देशित किया।

इस कार्यक्रम में विपक्षी बैठक को लेकर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर बिहार सरकार के वित्तमंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि आकस्मिक व्यस्तता के कारण पटना में होने वाली बैठक को तत्काल स्थगित किया गया है। प्रमुख विपक्षी दलों के नेता लगातार अनुरोध कर रहे थे कि यह बैठक किसी अन्य तिथि पर आहूत की जाए, इसीलिए यह निर्णय लिया गया है।
आगे उन्होंने कहा कि बैठक के स्थगन से विपक्षी एकजुटता पर कोई असर नहीं पड़ेगा, बल्कि हम सभी अब और अधिक मजबूती से आगे बढ़ेंगे। भागलपुर में निर्माणाधीन पुल गिरने पर विजय कुमार चौधरी ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम पर सरकार संवेदनशील है और जो भी लोग जांचोपरांत दोषी पाए जाएंगे उनपर कड़ी करवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले पर अपनी नज़र बनाए हुए हैं।


बिहार सरकार की खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मन्त्री लेशी सिंह ने बालासोर में हुई रेल दुर्घटना को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब वर्ष 2003-04 में रेल मंत्री के पद पर आसीन थे, तभी ही रेल दुर्घटना को रोकने के लिए टक्कर निरोधी यंत्र यानि सुरक्षा कवच का पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर किशनगंज से शुभारम्भ किया गया था। रेलवे की सुरक्षा की दिशा में यह ऐतिहासिक कदम था, लेकिन नीतीश कुमार के रेलमंत्री पद से हटने के दो दशक बीत जाने के बाद भी अबतक देश में टक्कर निरोधी यंत्र पूर्णतया लागू नहीं होना देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर नीतीश कुमार की दूरदर्शिता के अनुरूप भारत सरकार आवश्यक कदम उठाती तो आज देश की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना घटित नहीं होती।
लेशी सिंह ने आगे कहा कि आज केन्द्र सरकार द्वारा रेल बजट को खत्म कर और बुलेट ट्रेन व वन्दे भारत ट्रेन का सब्जबाग दिखाकर रेलवे के निजीकरण का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। वहीं, पत्रकारों द्वारा रेलमंत्री के इस्तीफे के सवाल पर मंत्री सिंह ने कहा कि देश में बहुत कम ऐसे नेता हैं जो नीतीश कुमार की तरह नैतिकवान हों। नीतीश कुमार ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था और जिनके पास नैतिकता हो उन्हीं से इस्तीफा देने की अपेक्षा रखनी चाहिए। ऐसे में मौजूदा रेलमंत्री इस्तीफा देंगे, ये मुझे संभव नहीं लगता क्योंकि नैतिकता होती तो वो त्यागपत्र दे चुके होते।


इस दौरान अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने भाजपा पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि धार्मिक मुद्दों के सहारे केंद्र की भाजपा सरकार देश की जनता को बरगलाने में लगी है। देश का हर वर्ग आज बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी से त्रस्त है। बीते 9 सालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक भी काम जनहित में नहीं किया है। आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर भाजपा गठबंधन की जमानत ज़ब्त होना तय है।

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