झारखण्डशिक्षा

करोड़ों साल के भू वैज्ञानिक घटना का साक्षी है राजमहल पहाड़ी , इसे हर हाल में बचाना होगा

रियूज रीसाइकल रिड्यूस और रिफ्यूज ये चार आर को आपने दैनिक दिनचर्या में शामिल करें: डॉक्टर रंजीत कुमार सिंह

चुन्नु सिंह

साहिबगंज (झारखंड)

दिनांक 24 अप्रैल 2024 को मंडरो फॉसिल पार्क में भू विज्ञान विषय का चयन, महत्व और राजमहल पहाड़ी संसाधन का भू वैज्ञानिक महत्व लखनऊ के भू वैज्ञानिक शोधार्थी के द्वारा छात्र छात्राओं के बीच भू वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी का संवाद किया। जिसमें 9 वें 10 वीं 11 वीं और 12 वीं के छात्र छात्राओं ने भाग लिया। छात्र छात्राएं राज्य संपोषित उच्च विद्यालय माल मंडरो के थे ।  विश्व पृथ्वी दिवस 2024 के अवसर पर ये विशेष कार्यक्रम की गई थी ।भू विज्ञान ,भूगोल और विज्ञान विषय के महत्व, लोकप्रिय रुचिकर पहलू को छात्र छात्राओं के बीच बताया गया।

बी एस आई पी लखनऊ, उत्तर प्रदेश के शोधकर्ता  झारखंड से सूरज कुमार साहू, मध्य प्रदेश के आनंद राजोरिया, झारखंड के रामानंद सागर ने सभी छात्र छात्राओं को भू विज्ञान विषय के बारे में बिस्तर से बताया साथ ही साथ लाए प्लांट्स फॉसिल का डिस्प्ले कर इसके बारे में बताया गया। वक्ताओं ने कहा की राजमहल पहाड़ी में फॉसिल होना विश्व भर के लिए प्रकृति का सबसे बड़ा उपहार है ,हमें मिलकर इन सब को सुरक्षित और संरक्षण करना चाहिए।

साथ में डॉ रणजीत कुमार सिंह भू विज्ञान विभाग मॉडल कॉलेज राजमहल सह प्राचार्य भी छात्र छात्राओं को राजमहल पहाड़ के बनने के प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने कहा कि आज हमारी पृथ्वी और पर्यावरण बीमार है। इसका इलाज पेड़ पौधे लगाएं जल बचाए और प्लास्टिक पॉलिथीन थर्मोकोल को न कहें । कार्यक्रम को सफल बनाने में डीएफओ मनीष तिवारी और वन्य विभाग का सराहनीय योगदान रहा ।

कनेक्टिंग जियोलॉजी एंड सस्टेनेबिलिटी विषय पर चर्चा किया।एसएस हाई स्कूल माल मंडरो के शिक्षक तन्मय कुमार , राजकिशोर सोरेन, रुखसाना तरन्नुम अमित कुमार साह एचएम अन्य कर्मी सलीम जफर अंसारी , समीम खान , अखिलेश मरांडी, लक्षण मुर्मू मुख्तार आलम उत्तम मंडल , असित कुमार नारायण सोरेन आदि उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button