बिहारराजनीति

मणिपुर की घटना ने समाज को शर्मसार किया है : शीला मंडल

38 दलों के एनडीए गठबंधन में कोई बल नहीं : मदन सहनी

पटना । जदयू मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, परिवहन मंत्री शीला मंडल ने प्रदेश के तमाम जिलों से पहुंचे आमजनों की शिकायतों को सुनकर उनके निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।

कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए परिवहन मंत्री शीला मंडल ने मणिपुर की घटना पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद भी मणिपुर से जिस प्रकार की वीभत्स करने वाली तस्वीरें निकलकर सामने आ रही है उससे देश और समाज शर्मसार हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ की बात करते हैं मगर बिलकिस बानो रेप के आरोपियों को भाजपा नेताओं द्वारा महिमामंडन किया जाता है, यानी इनकी कथनी और करनी में ज़मीन आसमान का फ़र्क़ है।
पटना में डिजिटल चालान को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए यह व्यवस्था शुरू की गई है। हम सभी जानते हैं की सड़क दुर्घटना में हताहत होने वाले परिवारों को किन हालातों से गुजरना पड़ता है। जहां तक बात रही एक ही दिन में कई बार चालान कटने की तो इस बारे में विभाग अवश्य समीक्षा करेगी।
समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि भाजपा के लोग विपक्षी एकता के नामकरण से ही इतना घबराए हुए हैं तो सोचिए आगे जब हमारा देशव्यापी अभियान चलेगा तब इनकी क्या दुर्दशा होगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता में शामिल सभी चेहरो की देश की राजनीति में अपनी एक महत्वपूर्ण पहचान रखते हैं और सभी का राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक प्रभाव भी है मगर एनडीए गठबंधन में कई ऐसे दल है जिनका धरातल पर कहीं कोई वजूद नहीं है। सिर्फ़ संख्या को दर्शाने के लिए 38 दलों को एकजुट किया गया है मगर उन दलों के पास कोई बल नहीं है। एनडीए गठबंधन अंदर से खोखला है। पत्रकारों द्वारा मुख्यमंत्री के नाराजगी को लेकर पूछे गए सवाल पर माननीय मंत्री ने कहा कि देशभर के विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने में मुख्यमंत्री ने ही सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है फिर नाराजगी किस बात की? कहीं कोई नाराजगी नहीं है भाजपा के लोग भ्रामक बातें कर सिर्फ़ जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button