सुपौल। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आज शिक्षा विभाग के अगले वर्ष के लिए स्कूलों में छुट्टी कटौती और कई स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी दिए जाने के आदेश के बाद सीएम नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि आपने सियासत में शुरू से ही बांटने का काम किया है। अब तो आपने धर्मों के आधार पर स्कूलों को भी बांट दिया।
श्री चौधरी आज सुपौल जिला के सिमराही उच्च विद्यालय में स्व. छियान्तर प्रसाद राय उर्फ महाशय जी की जयंती के अवसर पर आयोजित अमात समाज के महा समागम में शामिल हुए।
इस मौके पर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पूर्व मंत्री नीरज कुमार बबलू जी, क्षेत्रीय सह प्रभारी सत्येंद्र भट्ट समेत पार्टी पदाधिकारीगण, कार्यकर्तागण एवं अमात समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थे।
श्री चौधरी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा पहले भी नीतीश जी, आपने एक समाज को दलित और महादलित में बांटा, इसके बाद निषादों को कई वर्गों में बांट दिया। इस बार तो आपने हद कर दी, जब आपने धर्मों के आधार पर स्कूलों को बांटकर कुछ स्कूलों के लिए शुक्रवार की छुट्टी का आदेश दिया।
उन्होंने कहा कि शायद देश में यह पहला राज्य है जहां कुछ स्कूलों और खास क्षेत्रों वाले स्कूलों के लिए अलग से जुमे के दिन यानी शुक्रवार की छुट्टी के लिए बजाप्ता विभाग द्वारा आदेश निकाला गया है।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि नीतीश जी, आपकी उम्र हों गई है, अब बांटने का काम छोड़कर आपको जोड़ने का काम करना चाहिए, लेकिन कुर्सी की खातिर आप तोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए कहा कि तुष्टिकरण से प्रदेश नहीं चलेगा , यह मैं स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं। बिहार की सरकार तुष्टीकरण बंद करें। सनातन धर्म के 83 फीसदी लोग पूरी तरह जागरूक हैं।
उन्होंने कहा कि अगर बिहार में नीतीश कुमार सरकार चलाना चाहते हैं तो मैं चेतावनी देता हूँ कि अगर एक भी हिंदू के पर्व को अगर आप अपमानित करने का काम करेंगे तो भारतीय जनता पार्टी आपके खिलाफ आंदोलन करेगी।
उन्होंने सरकार को साफ लहजे में कहा है कि 24 घंटे में अगर इसकी वापसी नहीं की जाती तो भाजपा के कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे।
श्री चौधरी ने कहा कि आज सत्ताधारी गठबंधन बिहार में तुष्टिकरण को लेकर जाति, समाज और धर्म को लेकर लोगों को बांट रही है वही सारे समाज के लोग ‘ सबका साथ, सबका विकास ‘ की मूल अवधारणा वाली पार्टी भाजपा के साथ जुड़ रहे हैं।