- पूर्णिया में आयोजित महागठबंधन की महारैली में हजारों लोग हुए शामिल
- जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने दिया भाजपा मुक्त भारत का नारा
पूर्णिया। पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन द्वारा आयोजित महारैली में बिहार के हजारों लोग शामिल हुए। इस महारैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जनता दल (यू.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह समेत पार्टी के तमाम नेता, कार्यकर्त्ता एवं महागठबंधन में शामिल तमाम दलों के प्रमुख नेताओं ने संबोधित किया। अध्यक्षता जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुशवाहा ने किया।
महारैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन में शामिल सातों दलों के सभी नेताओं ने तय किया कि हमारी पहली सभा पूर्णिया में ही होगी। पूर्णिया की धरती बदलाव की धरती है और आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए यहीं से बदलाव की आवाज गूंजेंगी। उन्होंने कहा कि पूर्णिया में एयरपोर्ट के निर्माण के लिए राज्य सरकार ने अपनी सारी जिम्मेदारी बखूबी से निभाई है, परन्तु केंद्र सरकार इस मामले में लापरवाही कर रही है। केंद्र की मोदी सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण पूर्णिया एयरपोर्ट का काम अब तक शुरू नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं केन्द्रीय गृहमंत्री द्वारा 2022 में पूर्णिया में हुए रैली में लगाये गए बेबुनियाद आरोपों की बखिया उधेड़ते हुए कहा कि भाजपा के नेताओं को हर समय अनर्गल बोलने की आदत हो गई है। इन्होंने पूरे देश की मीडिया पर अनैतिक रूप से कब्ज़ा कर लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 चुनाव से पहले बिहार के लिए जो घोषणाएं की थी वो आज तक नहीं पूरा हुआ। आज मोदी सरकार देशहित में कुछ भी काम नहीं कर रही है बल्कि सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को ख़त्म करने का काम कर रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा के लोग अपने पार्टी के नेताओं को भी नहीं जानते। वर्तमान के भाजपा नेतृत्व ने अपने पुराने और समर्पित नेताओं को साइडलाइन करने का काम किया है। इनके षड्यंत्रों का नतीजा आज लाल कृष्ण आडवानी और मुरली मनोहर जोशी जैसे बड़े और पुराने भाजपा नेता भुगत रहे हैं, जिन्हें पार्टी से अलग-थलग कर अकेला कर दिया गया है।
नीतीश कुमार ने महारैली में बिहार के अल्पसंख्यकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब को एकजुट रहना होगा। इधर-उधर नहीं करना है। उन्होंने कहा कि बीजेपी मुसलमानों को बांटने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि 2024 में विपक्षी मोर्चेबंदी के लिए हम कांग्रेस पार्टी का इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी जल्दी फैसला ले, क्योंकि यदि हम 2024 में एकजुट हो जाएंगे तो बीजेपी 100 सीट भी नहीं ला पाएगी। हमें इस पर जल्द से जल्द फैसला लेना होगा ताकि भाजपा को हराने का अभियान और मजबूती से आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि आज पूर्णिया से शुरुआत हुई है, अब हमारी एकजुटता बहुत आगे तक जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी ख्वाहिश बस यही है कि देश आगे बढ़े, खूब तरक्की करे और इसके लिए भाजपा को केंद्र से हटाना बहुत ज़रूरी है
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन ने महारैली को संबोधित करते हुए अमित शाह से देश में 81 हजार करोड़ रुपये के हुए कॉर्पोरेट फ्रॉड के जांच पर जवाब माँगा। उन्होंने कहा कि एक तरफ अमित शाह प्रवचन देते हुए घूम रहे हैं, दूसरी तरफ एलआईसी को एक दिन में 18 हजार करोड़ का नुकसान हुआ और देश की गरीब जनता का पैसा डूब गया। इस पर उन्हें जवाब देने में शर्म आ रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन बनने के बाद दिल्ली में बैठे नेताओं को 440 वोल्ट का झटका लगा है। इसके बाद भाजपा नेताओं की तरफ से लालू यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में काफी अनाप-शनाप बयान आने लगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसी पार्टी है जिसमें शामिल होते ही नेता वाशिंग मशीन की तरह साफ हो जाते हैं। उन्होंने भाजपा मुक्त भारत का नारा देते हुए कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा मुक्त भारत बनाना जरूरी है।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि इस महारैली से देश में महापरिवर्तन का आगाज होने जा रहा है।