झारखण्डराज्य

साहिबगंज में विश्व कवि रविन्द्र नाथ टैगोर की 164वीं जयंती मनाई गई

साहिबगंज (झारखण्ड)

  • विश्व कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर की 164वीं रवीन्द्र जयंती समारोह आज 8 मई 2024 बांग्ला 25 बैशाख दिन बुधवार को साहेबगंज रेलवे स्टेशन परिसर के निकट रेलवे यूनियन कार्यालय में मनाई गई। टैगोर विचार मंच साहेबगंज के प्रबंधन में पिछले 27 वर्षों से खुले आसमान के नीचे आयोजित होने वाला रवीन्द्र जयंती कार्यक्रम आज एक कार्यालय की छोटी सी जगह में आयोजित करना पड़ा क्योंकि साहेबगंज रेलवे स्टेशन एक मॉडल स्टेशन के रूप में परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है ।

 

विश्व कवि की मर्मर प्रतिमा पर मुख्य अतिथि एवं आये हुए सभी लोगों की उपस्थिति में माल्यार्पण व पुष्पांजलि कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में साहेबगंज रेलवे के एईएन बेदव्यास ने माल्यार्पण किया. सार्जेंट संजय कुमार, स्टेशन मास्टर साहेबगंज राजा हंस पाठक, डाॅ. एएन चक्रवर्ती, डाॅ. देवब्रत, सुधीर श्रीवास्तव, अनुराग सिंह, जगन्मय मिश्रा, चंदना साहा, रमेश राम, जयप्रकाश वर्मा और डॉ. रंजीत कुमार सिंह अध्यक्ष टेगोर विचार मंच और संपादक हिमांशु शेखर गुहा व अन्य ने माल्यार्पण किया। एईएन साहेबगंज वेद व्यास ने कहा- मैं कई वर्षों से शांति निकेतन में रहा हूं और रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में जितना भी कहूं कम है। विशिष्ट अतिथि संजय कुमार ने कहा कि मैं एक हास्य कवि हूं, ऐसे कार्यक्रम में उपस्थित होकर सौभाग्य प्राप्त हुआ. वह कविता की कुछ पंक्तियों से सभी को हंसाने की कोशिश करते रहें। सुधीर श्रीवास्तव हिंदी कविता पढ़कर साहित्यिक चेतना को जागृत किया।

जगन्मय मिश्र ने रवीन्द्रनाथ की तुलना समुद्र से की और उनके बारे में कुछ शब्द बोले और ‘यदि कोई तुम्हारी पुकार न सुने..’ (य़दि तोर डाक शुने केऊ ना आसे..)गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। संपादक हिमांशु शेखर गुहा ने रवीन्द्रनाथ के नाइटहुड त्याग, लंदन यात्रा, गीतांजलि, नोबेल पुरस्कार आदि पर संक्षिप्त भाषणों के माध्यम से सभी भाषा भाषियों को उनकी विभिन्न भाषाओं में लिखी कविताओं, गीतों, उपन्यासों को जानने और पढ़ने के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया।

डॉ रंजीत कुमार सिंह अध्यक्ष टैगोर विचार मंच ने अपने भाषण में कहा- हमें विश्व प्रसिद्ध लेखक, दार्शनिक, नोबेल पुरस्कार विजेता के रास्ते पर चलना चाहिए। हमें उनके सभी लेखों से प्रेरणा मिलती है। उन्होंने रवींद्रनाथ के प्रकृति प्रेम का जिक्र करते हुए युवाओं से इस शुभ दिन पर दो पेड़ लगाकर उन्हें याद करने का आग्रह किया। अनुराग सिंह ने सभी को धन्यवाद देते हुए समारोह का समापन किया।वहीं, समारोह के बाद साहेबगंज के सबसे पुराने और मशहूर ईस्टर्न रेलवे हाई स्कूल में दो पौधे लगाए गए. कार्यक्रम में श्याम लाल उराव आदित्य ठाकुर, प्रिया कुमारी, आंचल कुमारी, संजना कुमारी, उर्बाशी कुमारी, लछमी कुमारी, नंदिनी कुमारी कंचन महतो और अन्य भी उपस्थित थे।

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