बिहार

दलितों पिछड़ों के मुखर आवाज थे रामविलास पासवान : पशुपति कुमार पारस

राष्ट्रीय लोजपा कार्यालय में रामविलास पासवान की तृतीय पूण्य तिथि मनायी गयी 

पटना। पटना के राज्य कार्यालय में लोजपा एवं दलित सेना के संस्थापक पूर्व केन्द्रीय मंत्री पद्म भूषण रामविलास पासवान की तृतीय पुण्यतिथि राष्ट्रीय लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस प्रदेश अध्यक्ष सांसद प्रिंस राज पासवान बिहार एनडीए के वरिष्ठ नेताओं तथा राष्ट्रीय लोजपा एवं दलित सेना के हजारों कार्यकर्ता के उपस्थिति में मनाई गई।

इस अवसर पर सर्वप्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान, राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा, सांसद चंदन सिंह, बिहार विधान परिषद के सभापति देवेशचन्द ठाकुर, भाजपा नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री संजय पासवान, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव, पूर्व सांसद सूरजभान सिंह सहित रालोजपा एवं एनडीए के नेताओं के साथ रामविलास पासवान के तैल्य चित्र पर माल्यापर्णएवं द्वीप प्रज्जवलित किया।
पशुपति पारस ने दलित सेना एवं पार्टी पदाधिकारियों एवं उपस्थित कार्यकर्ताओं के बीच रामविलास पासवान की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रामविलास पासवान देश के शोषितों दलितों वंचितों एवं गरीबों की प्रखर एवं मुखर आवाज थे। उन्होनें अपना संपूर्ण जीवन समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को समाज के मुख्य धारा से जोड़ने तथा उनके उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। पूरा राष्ट्र उनकों दूसरा अम्बेदकर के नाम से जानता था। दलितों को सशक्त बनाने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जायेगा वे भारतीय राजनीति के महानायक थे।
पशुपति पारस ने कहा कि रामविलास पासवान सदा इस बात को कहते थे मैं उस घर में दिया जलाने चला हूँ जहां सदियों से अंधेरा है। पारस ने कहा कि आज के दिन मैं और मेरा पूरा परिवार और हमारी पूरी पार्टी पूरे देश भर में उनके अनुनायी एवं प्रशंसक उनकी कमी को महसूस करते हैं वे हमारे लिए भगवान समान थे । आज उनकी पूण्य तिथि है इस अवसर पर 52 वर्षो के समाजिक एवं राजनीतिक और संसदीय जीवन को पूर्णतयः समाज एवं दबे कुचले लोगों के लिए अपने जीवन को न्योछावर करनेवाले मंडल कमीशन के नायक अपने अभिभावक बड़े भाई रामविलास पासवान की स्मृतियों को नमन करता हूँ।
पूण्य तिथि कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों को संबोधित करते हुए पशुपति पारस ने बिहार सरकार से यह मांग और आग्रह किया कि राज्य सरकार रामविलास पासवान को भारत रत्न से सम्मानित करने की सिफारिश केन्द्र सरकार को भेजें। उन्होनें यह मांग किया कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी राज्य कार्यालय को रामविलास पासवान के नाम पर संग्राहलय के रूप में घोषित किया जाये तथा 5 जुलाई को उनकेे जयंती के दिन पर राजकीय अवकाश घोषित किया जाये।
इस अवसर पर विधान पार्षद भूषण कुमूार, पूर्व मंत्री रामप्रीत पासवान, पूर्व मंत्री संजीव कुमार टोनी, पूर्व विधायक ललन पासवान, पूर्व विधायक अनिल चैधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विरेश्वर सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल, राष्ट्रीय महासचिव रामजी सिंह, प्रधान महासचिव केशव सिंह, प्रदेश प्रवक्ता ललन चन्द्रवंशी, राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिरूद्ध कुमार सिंह, महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष नूतन सिंह, किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष गुप्तेश्वर राय, दलित सेना के राष्ट्रीय महासचिव अम्बिका प्रसाद बिनू, प्रदेश उपाध्यक्ष बिटू गुप्ता, दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम कुमार दाहा, राष्ट्रीय सचिव मयंक मौली, छात्र रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकाश यादव, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार, युवा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष उपेन्द्र यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष मिंटू यादव, महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ स्मिता शर्मा, प्रदेश महासचिव रंजीत पासवान, व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पारसनाथ गुप्ता, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष परवेज खान, प्रदेश महासचिव राजेन्द्र विश्वकर्मा, प्रदेश महासचिव प्रमोद सिंह, राजेश सिंह, मनोज सिंह, सत्यनारायण शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता चन्दन सिंह, प्रदेश प्रवक्ता चन्दन कुमार, प्रदेश प्रवक्ता शिवनाथ पासवान, प्रदेश महासचिव मधुर राय, अधिवक्ता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष दीनबंधु मिश्रा, राधाकान्त पासवान, सौलत राही, अंकित दूबे सहित अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने रामविलास पासवान के तैल्य चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनको नमन किया।

 

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