बिहारराजनीति

जिनके दौर में आतंक और अंधेरा था उनके हाथों में ही सौंपी जा रही बिहार की विरासत : उपेन्द्र कुशवाहा

  • विरासत बचाओ- नमन यात्रा का दूसरा दिन
    पटना। बिहार की जो वर्तमान परिस्थिति है उसे देखकर कहा जा सकता है कि बिहार 15-20 साल पहले वाली स्थिति में लौटता दिख रहा है। बहुत ही मशक्कत से बिहार को उन हालात से बाहर लाया गया था, लेकिन आज फिर उन लोगों को ही विरासत सौंपने की बात की जा रही है जिनके दौर में बिहार में आतंक और अँधेरे का साम्राज्य था। यह बात बेतरह डराने वाली है। जिन लोगों ने 2005 से पहले के बिहार को देखा है वे सभी परेशान हैं। यह सोच कर कि तब क्या होगा, अगर बिहार वहां पहुँच गया जहां 2005 से पहले था। राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने बुधवार को विरासत बचाओ-नमन यात्रा के दूसरे दिन मीनापुर (मुजफ्फरपुर) में आयोजित जनसभा में यह बाते कहीं।
    पार्टी नेता फजल इमाम मल्लिक ने बताया कि जनसभा से पहले उपेंद्र कुशवाहा ने स्वतंत्रता सेनानी जुब्बा सहनी को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके साहस और बलिदान को याद किया। मल्लिक ने बताया कि यात्रा के दूसरे दिन उपेंद्र कुशवाहा मोतिहारी से सड़क मार्ग से छतौनी, मधुबन, तेतरिया, डेरा चोक, राजोपुर होते हुए मीनापुर पहुँचे और जुब्बा सहनी के स्मारक पर नमन कर जनसभा को सम्बोधन किया।मल्लिक ने बताया कि यात्रा के क्रम में श्री कुशवाहा झपहा, रुन्नी सैदपुर होते हुए सीतामढ़ी रवाना हुए और रास्ते में कई नुक्कड़ सभाओ को संबोधित किया। श्री कुशवाहा ने बिहार सरकार के बजट का जिक्र करते हुए कहा कि युवाओ को नौकरी देने की बात करना महज छलावा है। उन्होंने कहा कि बजट में कहा जा रहा है कि नौकरी की संख्या बढ़ेगी लेकिन बेरोजगारी कैसे दूर होगी इस पर बात नहीं की जा रही है। मल्लिक के मुताबिक श्री कुशवाहा ने शिक्षक अभ्यर्थीयों का सवाल उठाते हुए कहा कि नौकरी की परीक्षा पास करने के बाद भी सड़क पर घूम रहे हैं और पुलिस उन पर लाठियां बरसा रही है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार समाजवादियों और जननायक कर्पूरी ठाकुर की विरासत रहा है। जिनके रहते गरीब-गुरबा को न्याय मिला है। जब विरासत बचेगी तब ही न्याय मिल पाएगा।
    उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस यात्रा के माध्यम से हम इसी विरासत को बचाने निकले हैं। बिहार की जनता नीतीश कुमार के फैसले से हैरान और परेशान है। नीतीश कुमार बिहार को बर्बाद करने में लगे हैं। बिहार की जनता का साथ मिला तो हम बिहार को जरूर बचाएंगे। हम आपको भरोसा दिलाते हैं कि हम बिहार को और बर्बाद नहीं होने देंगे। मल्लिक के मुताबिक यात्रा के तीसरे दिन सीतामढ़ी से मधुबनी जायेंगे और सूरज नारायण सिंह को श्रद्धा सुमन कर यात्रा को आगे बढ़ाएंगे। सीतामढ़ी के बाजपट्टी में गुरुवार को शहीद रामफल मंडल को नमन कर जनसभा को संबोधित करेंगे।

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