बिहारराजनीति

गांधी के विचारों पर हमला हो रहा है और नाथूराम को महिमामंडित किया जा रहा है : राजद

नई शिक्षा नीति पर विचार गोष्ठी का दूसरा दिन,राजद विधायकों ने भाग लिया

पटना। केंद्र सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति लागू किये जाने के परिपेक्ष्य में राजद द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी के दूसरे दिन दिल्ली विश्वविद्यालय टीचर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष आदित्य नारायण मिश्रा ने विस्तार पूर्वक नई शिक्षा नीति के दुष्परिणामों से अवगत कराया। वहीं शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि नई शिक्षा नीति के सभी पहलुओं की सघन समीक्षा के बाद हीं इसे बिहार में लागू करने पर विचार किया जाएगा।

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि आज के विचार गोष्ठी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ हीं पार्टी के विधायकों ने भाग लिया और नई शिक्षा नीति पर अपने विचारों को साझा किया।
मुख्य वक्ता के रूप में गोष्ठी को संबोधित करते हुए आदित्य नारायण मिश्रा हुए कहा कि नई शिक्षा नीति पूरी तरह से व्यवसायिक दृष्टिकोण से बनाई गई है। इसमें छात्रों को उपभोक्ता के तौर पर पढ़ने के लिए बाध्य किया जा सकता है। क्योंकि सरकार ने जिस तरह से नीतियों का निर्धारण किया है ये सरकारी स्कूल और काॅलेज को समाप्त करने की दिशा में बनाया गया पाॅलिसी मालूम पड़ता है। इन्होंने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति में इतिहास और ऐतिहासिक बातों को सिलेबस से समाप्त कर नये तरीके से एजेंडे मुताबिक तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत करने का एक अभियान है। केन्द्र सरकार वैसी गलतियां न करे जो इतिहास और ऐतिहासिक घटनाओं को मिटाकर नये तरीके से लोगों के बीच बातों को परोसा जाय। आज महात्मा गांधी के विचारों पर हमला हो रहा है और नाथूराम गोडसे को महिमामंडित किया जा रहा है और जिसकी देश की आजादी में भूमिका रही है उनके विचारों को मिटाने की साजिश चल रही है। इन्होंने यह भी कहा कि सामाजिक परिवर्तन शिक्षा के माध्यम से ही हो सकता है लेकिन नई शिक्षा नीति में जिस तरह से शिक्षा और छात्रों के प्रति सरकार का रवैया है उससे गरीब वर्ग के बच्चे आनलाईन प्लेटफार्म पर पढ़ाई करने में असमर्थ होंगे क्योंकि नई शिक्षा नीति में 40 प्रतिशत कोर्स आनलाईन प्लेटफार्म से पढ़ाया जायेगा। नई शिक्षा नीति में उच्च स्तर के शिक्षा को काफी महंगा कर दिया गया है। साथ ही अल्पसंख्यक समाज के छात्रों के पीएचडी एजुकेशन फेलोशिप को बंद कर दिया गया है और इस पर स्मृति ईरानी सदन को गुमराह कर रही है। इन्होंने आगे कहा कि देश में 1113 सरकारी और प्राईवेट यूनिवर्सिटी और 43796 काॅलेज सरकारी और प्राईवेट कार्यरत हैं लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार लोगों को गुमराह और भ्रम के सहारे यह बता रहे हैं कि देश में बड़े पैमाने पर काॅलेज और यूनिवर्सिटी खुल रहे है.
गगन ने बताया कि गोष्ठी में बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष वृषण पटेल, प्रदेश के प्रधान महासचिव रणविजय साहू, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. सुबोध कुमार मेहता, विधायक प्रो रामानुज प्रसाद, सुधाकर सिंह, अख्तरुल इस्लाम शाहीन,भूदेव चौधरी, निरंजन राय, मुकेश रौशन, सुदय यादव,विजय सम्राट, रामवृक्ष सदा,फतेह बहादुर सिंह सहित कई अन्य विधायक उपस्थित थे।

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