बिहार

क्राइम करने वालों से सख्ती से निपटे : नीतीश

•बिहार पुलिस दिवस 2023 का समारोहिक परेड सह वार्षिक पारितोषिक वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
•कहा, पुलिस में तेजी से बहाली करायें और उनका बेहतर ढंग से प्रशिक्षण हो
•पुलिस बेहतर ढंग से काम करे, हम आपकी सुविधा का ख्याल रखेंगे
•कोई भी गड़बड़ करता हो तो उसे छोड़ें नहीं ।
•जनता को आप से काफी उम्मीदें हैं,उसके लिए हमेशा तत्पर रहें
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-5 स्थित मिथिलेश स्टेडियम में बिहार पुलिस दिवस 2023 का समारोहिक परेड सह वार्षिक पारितोषिक वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पुलिस दिवस 2023 के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित आप सभी लोगों को मैं बधाई देता इस कार्यक्रम में अनेक बार शामिल हुये हैं। आज जितने लोग पुरस्कृत हुए हैं, मैं उन सभी को हृदय से बधाई देता हूँ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों को जब से काम करने का मौका मिला पुलिस बल पर विशेष ध्यान दिया गया। समय-समय पर पुलिस बल की गतिविधियों की समीक्षा कर कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर की गयी। समाज में कुछ गड़बड़ करनेवाले मानसिकता के लोग भी होते हैं, उन पर नजर रखनी है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो हर वर्ष देश भर के प्रान्तों की आपराधिक घटनाओं से जुड़ी रिपोर्ट प्रकाशित करता है। वर्ष 2021 में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक आपराधिक घटनाओं के मामले में बिहार 25वें स्थान पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से काम करने का मौका मिला है। पुलिस में सुधार के लिये कई काम किये गये हैं। वर्ष 2007 में सभी थानों के काम को अनुसंधान और कानून व्यवस्था के रूप में दो भागों में बांटने के लिए हमलोगों ने कानून बनाया। पुलिस बल की संख्या में बढ़ोत्तरी की गयी। अब हर थाना के काम को दो भागों में विभक्त कर दिया गया है एक अनुसंधान और दूसरा कानून व्यवस्था। ससमय कांड का अनुसंधान होना चाहिए, इस पर विशेष नजर रखें। वर्ष 2006 में बिहार में पुलिस बल की संख्या काफी कम थी जिसको ध्यान में रखते हुए बिहार पहला राज्य था जिसने एसएपी (स्पेशल अग्जिलियरी पुलिस) का गठन किया, इसमें आर्मी के रिटायर्ड जवानों को लगाया गया। हमने बिहार में सैप का गठन कराया। देश में पहली बार बिहार में ही सैप की शुरुआत हुई। बिहार में सैप के काम को देखकर तत्कालीन केंद्रीय रक्षा मंत्री स्व. प्रणव मुखर्जी ने देश के अन्य राज्यों में भी इसके गठन करने को कहा था। सैप के जवानों को भी 60 वर्ष की आयु तक सेवा में रखा जाता है। पुलिस के स्पेशल ब्रांच को रिस्ट्रचरिंग करने का निर्णय काफी पहले लिया जा चुका है लेकिन ये अभी तक नहीं हुआ है। स्पेशल ब्रांच में 50 प्रतिशत नियमित बहाली करने का निर्देश दिया गया है और बाकी 50 प्रतिशत दूसरे पुलिस बल से आयेंगे। इसको लेकर तेजी से काम करने का निर्देश दिया गया है। पुलिस की बेहतरी के लिये जो भी काम किये गये हैं, उसे याद रखना है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2006 में ही हमने तय किया कि पुलिस की नियमित गश्ती होनी चाहिए। इसको लेकर सभी थानों में गाड़ियां उपलब्ध करायी गयी है ताकि पुलिस बलों को कहीं आने जाने में कोई दिक्कत नहीं हो। रात में पुलिस की गश्ती बहुत जरुरी है। पुलिस की नियमित गश्ती होने से गड़बड़ी करने वाले लोगों पर नजर रखी जा सकेगी। हमने महिलाओं के लिए पुलिस बल में 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया। अब पुलिस बल में काफी तादाद मे महिलाओं की संख्या हो गयी है। उन्होंने कहा कि हमने आपातकालीन सेवा डायल 112 की शुरुआत करायी। इस व्यवस्था के अन्तर्गत किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति जैसे अपराध की घटना, आग लगने की घटना, वाहन दुर्घटना की स्थिति में या महिला, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा से संबंधित स्थिति में बिहार के किसी भी कोने से कोई भी पीड़ित व्यक्ति 112 नंबर निःशुल्क कॉल कर सकता है। डायल 112 में कर्मियों की संख्या भी बढ़ानी है। हमने काफी पहले निर्देश दिया था कि सभी थानों और ओ०पी० का अपना भवन होना चाहिए। यह किराये के मकान में नहीं होना चाहिए। इसको लेकर तेजी से काम पूर्ण करवायें। बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के द्वारा काफी भवनों का निर्माण करवाये गये हैं। इसमें इंजीनियर्स और बाकी स्टॉफ की संख्या को बढ़ाइये। भवन बनाने के साथ ही उसका मेटेनेंस का काम भी अब विभाग को करना है। इसकी लेकर जितने स्टॉफ की जरुरत होगी उनकी बहाली होगी। सभी जगह पुलिस थाना काफी अच्छा बना है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण तेजी से करायें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल भवन काफी अच्छा बना है। यह 9 रिक्टर स्केल तीव्रता का भूकंप सह सकता है। इन दिनों भूकंप की संभावना बढ़ती जा रही है। हाल के दिनों में दो देशों में आये भूकंप के कारण काफी संख्या में लोगों की मौत हुई है। बिहार की आबादी काफी अधिक है जबकि क्षेत्रफल कम है। देश में आबादी के मामले में बिहार तीसरे जबकि क्षेत्रफल के मामले में 12वें स्थान पर है। बिहार में पुलिस बल की संख्या तेजी से बढ़ानी है। अब पुलिस का कुल स्वीकृत बल 2,27,775 हो गया है। सभी पदों पर बहाली होने के बाद राज्य में पुलिसकर्मियों की संख्या प्रति लाख आबादी पर 170 से भी अधिक हो जायेगी। अभी देश का औसत 190 से कुछ अधिक है। आप लोग अच्छे से काम कीजिए । पुलिस वालों का तनख्वाह भी हमलोग बढ़ाते रहेंगे। ज्यादातर लोग ठीक होते हैं जबकि कुछ गड़बड़ करने वाले होते हैं। जो गड़बड़ करे उसे छोड़िए नहीं, उस पर कड़ी कार्रवाई कीजिए। जो पुलिस वाला अच्छा काम करता है जनता उसकी काफी तारीफ करती है। अच्छा काम करनेवाले पुलिसकर्मियों की जनता काफी इज्जत करती है। बिहार पुलिस ने अच्छा काम किया है। केंद्र सरकार के द्वारा वर्ष 2021 के आंकड़े के अनुसार अपराध के मामले में बिहार देश में 25वें नंबर पर है। पुलिस में तेजी से बहाली और उसकी ट्रेनिंग करवाइये, यही हमारा आग्रह है। थानों के लैंडलाइन फोन फंक्शनल रखें। थानों में लोगों की शिकायतों को ठीक से सुनें । शिकायतों की जॉच कर उस पर तेजी से कार्रवाई करें। इसके बाद केंद्र ने भी इसे अपनाया।
मुख्मयंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि पुलिस में तेजी से बहाली हो और उनका बेहतर ढंग से प्रशिक्षण हो। प्रशिक्षण में किसी प्रकार की असुविधा न हो। आप सभी पुलिस वाले बेहतर ढंग से काम करते रहें। हम आपका तनख्वाह बढ़ाते रहेंगे। कोई भी गड़बड़ करता हो तो उसे छोड़ें नहीं। क्राइम करने वालों से सख्ती से निपटे। एक एक चीज पर नजर रखें। जनता से आपकी काफी उम्मीदें हैं, उसके लिये हमेशा तत्पर रहें। जनता की आपकी तारीफ करती है। मैं आप सबों को भविष्य की शुभकामनायें देता हूँ। पुलिस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 500 थानों में महिला सहायता डेस्क तथा बिहार के बेवसाइट एवं सोशल मीडिया सेंटर का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर पुलिस महानिदेशक श्री आर०एस० भट्ठी ने उनका स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने सेरेमोनियल परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। प्रशिक्षित महिला कमांडो, एस०टी०एफ०, महिला प्रशिक्षु प्लाटून, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस 5 के पुरुष एवं महिला प्लाटूनों ने रैतिक परेड (मार्च पास्ट ) किया ।
गणतंत्र दिवस समारोह 2020 के अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा पदक से अलंकृत किये गये वरीय पुलिस उपाधीक्षक श्री रमाकांत प्रसाद, पुलिस निरीक्षक श्री वीरेन्द्र कुमार, पुलिस निरीक्षक श्री प्रदीप कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक श्री धनराज कुमार, सिपाही श्री उतम कुमार, शहीद उदय प्रताप सिंह की पत्नी को, पुलिस उपाधीक्षक श्री अनिल कुमार सिंह, आम नागरिकों में श्री आशीष कुमार, श्री पंकज कुमार राय, श्री अभिषेक प्रियदर्शी को मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया ।
कार्यक्रम को मुख्य सचिव आमिर सुबहानी एवं पुलिस महानिदेशक आरएस भट्ठी ने भी संबोधित किया।

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