बिहारराजनीति

केरल में हुई राजेश मांझी की पीट-पीटकर हत्या मामले में चाचा-भतीजे का मुंह नहीं खुल रहा: जनक राम

पटना। भारतीय जनता पार्टी के नेता और बिहार के पूर्व मंत्री जनक राम ने केरल में राजेश मांझी की पीट-पीटकर हुई हत्या पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आडे हाथों लेते हुए कहा कि इस मामले में चाचा (नीतीश कुमार ) और भतीजा (तेजस्वी यादव) के मुंह नहीं खुल रहे हैं।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों को संविधान का पाठ पढ़ाते हैं और गरीबों को गुमराह करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के युवा राजेश मांझी केरल में कमाई करने जाता है और वहां इसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है। इसके बावजूद दोनों की जुबान नहीं खुल रही हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार बनी है तब से बडे पैमाने पर दलितों की हत्या की जा रही है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को नियम के मुताबिक मिलने वाली राशि से तत्काल 50 प्रतिशत राशि और जब आरोपी के खिलाफ चार्जशीट जमा हो तब फिर अन्य 50 प्रतिशत राशि दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 16 मई को रोहतास में नंदन पासवान की हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि सरकार दलितों और शोषितों की बात करती है, लेकिन कुछ होता नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ’कुछ लोग गडबड करने वाले होते ही हैं’ बयान पर कटाक्ष करते हुए पूर्व मंत्री श्री राम ने कहा कि आप स्वयं 18 साल से मुख्यमंत्री हैं तो आखिर कौेन गडबड करने वाला है, इसे कौन बताएगा। उन्होंने कहा कि लोग तो अब कहने लगे हैं कि आप ही सबसे ज्यादा गडबड करने वाले हैंे।

उन्होंने कहा कि आपने जनादेश के साथ गड़बड़ किया हैं। श्री राम ने शराबबंदी को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा शराबबंदी कानून के पक्ष में है लेकिन आप गृहमंत्री है तो जवाबदेही भी आपकी है कि आप यह बताए कि शराब बिक कैसे रही है
उन्होंने मुख्यमंत्री पर फंसाने और बचाने वाला बताते हुए कहा कि आप ही लोगों को फंसा भी रहे हैं और बचा भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपने सभी धर्मोंं, जातियों को वोट बैंक की खातिर लडाने का काम किया। कभी दलित के नाम पर कभी महादलित के नाम पर । उन्होंने कहा कि जनता अब सबकुछ देख रही है। अभी तो जनता आपको तीसरे नंबर की पार्टी बनाई है।
उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों की अपराधियों द्वारा हत्या के बाद मृतक के परिजनों को तीन डिसमिल जमीन दिया जाएगा, लेकिन अभी तक किसी को यह जमीन नहीं दी गई। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसी की हत्या होती है तो सरकार मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा दे।
इस दौरान भाजपा के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रुंगटा, प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह एवं राजेश कुमार झा उपस्थित थे

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