
पटना। पार्टी कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में हम(से) के कई वरिष्ठ नेताओं ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की मौजूदगी में पार्टी का दामन थामा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि धुर्व लाल मांझी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर सही समय पर साहसिक निर्णय लेने का काम किया है। हम सभी इस बात से परिचित हैं कि आज हमारे देश की राजनीति निर्णायक मोड़ पर खड़ी है, भाजपा द्वारा अघोषित रूप से देश में आपातकाल थोपा जा रहा है, लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रतिदिन हमलें हो रहें हैं। देशहित में भाजपा को उखाड़ फेंकने के लिए आज हम सभी को एकजुट होने की आवश्यकता है।
प्रदेश अध्यक्ष के कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 साल पहले देशवासियों से किए गए अपने सभी वादों को आज भूल चुकें हैं। महंगाई और बेरोजगारी आज चरम सीमा पर है। मोदी ने देश के युवाओं से हर वर्ष 2 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था मगर आज सरकारी नौकरियों में बहाली तक को रोक दिया है। 2014 में प्रधानमंत्री मोदी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देते थे लेकिन बेटियों के अत्याचार पर आज वो अपना मौन धारण कर लेते हैं।
उमेश कुशवाहा ने जीतन राम मांझी पर भी निशाना साधा और कहा कि जीतन राम मांझी के लिए उनका अपना परिवार हित ही सर्वोपरि है। समाज के लोगो को दिग्भ्रमित कर अब तक उन्होंने सिर्फ अपने परिवार का भला किया है। आगे उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी खुद को मांझी समाज का नेता कहते हैं परन्तु उन्हें बताना चाहिए कि आज तक उन्होंने कितने दलित या मांझी समाज के लोगों का कल्याण किया है ? बिहार का दलित-महादलित समाज कभी भी मांझी के बहकावे में नहीं आएगा।
इस मौके पर समाज कल्याण विभाग के नवमनोनीत मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रदेश के दलित व महादलित समाज के विकास में जो कार्य किए हैं उसकी चर्चा आज देशभर में है। कुछ लोग समाज को दिग्भ्रमित करने की कोशिश में लगे हुए हैं मगर उनकी मंशा कभी पूरी नहीं होगी। दलित-पिछड़ा विरोधी भाजपा के खिलाफ आज हम(से) के कई नेताओं ने आज जदयू की सदस्यता ग्रहण कर नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम करने का फैसला लिया है।
हम(से) पार्टी छोड़कर जदयू की सदस्यता ग्रहण करने वाले धुर्व लाल मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रत्नेश सदा को मंत्री बनाकर देश में एक मिसाल पेश किया है। बिहार के दलित और महादलित समाज को मुख्यमंत्री ने जो आदर और सम्मान दिया है वह अभूतपूर्व है। जीतन राम मांझी व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए संविधान विरोधी भाजपा के गोद में बैठ गए हैं, उन्होंने बिहार का दलित और महादलित समाज को धोखा देने का काम किया है।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी, लेसी सिंह, मो. जमां खान, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह (गांधी जी), पार्टी के कोषाध्यक्ष ललन सर्राफ, डाॅ. हुलेश मांझी, मुख्यालय प्रभारी अरुण कुमार सिंह, मुख्यालय प्रभारी वासुदेव कुशवाहा, प्रदेश महासचिव रणविजय कुमार आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन मुख्यालय प्रभारी श्री चन्दन कुमार सिंह ने किया। जदयू की सदस्यता ग्रहण करने वालों में मुख्य रूप से शफिर उल हक, रामेश्वर बैठा, विनय बैठा, सन्तोष बैठा, अशोक कुमार सिन्हा सहित सैकड़ों लोग थे।