“विश्व जल दिवस” ….गूगल मीट पर राष्ट्रीय विमर्श गोष्ठी का आयोजन , बड़े बड़े विद्वत जनों ने लिया भाग
"मॉडल कॉलेज राजमहल" ने लिया भाग ,जल को भी जीव का दर्जा देने की मांग उठी

चुन्नु सिंह
राजमहल (साहिबगंज)
आज शुक्रवार को विश्व जल दिवस के अवसर पर पर्यावरणविद पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी, बाढ़ एवं सुखाड़ विशेषज्ञ दिनेश कुमार, बिहार ..गया के केंद्रीय विश्वविद्यालय के भू-विज्ञान विभागध्यक्ष प्रो प्रफुल्ल कुमार सिंह, आवाज द वॉयस एंड नदी सूत्र के एडिटर मनजीत ठाकुर ने “जल संरक्षण में युवाओं की भूमिका” विषय पर गूगल मीट के माध्यम से अपने विचार रखे।
कार्यक्रम लोक दायित्व ने आयोजित किया था। कार्यक्रम के संयोजक पवन कुमार सिंह पानी रे पानी… अभियान के संयोजक पंकज मालवीय, कार्यक्रम सचिव योजनाकार डॉ दिग्विजय सिंह राठौड़ ने जल संरक्षण, जल महत्व और जल जीवन को लेकर विस्तार से जानकारी दी। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में राजमहल मॉडल कॉलेज के प्राचार्य डॉ रणजीत कुमार सिंह ने ने कहा कि साहिबगंज में गंगा एवं राजमहल पहाड़ी क्षेत्र में जल स्रोत प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं। लोग आर्सेनिक, फ्लोराइड, नाइट्रेट युक्त जल पीने को मजबूर हैं। हेवी माइनिंग ने पर्यावरण को पूरी तरह प्रदूषित कर दिया है। रणजीत सिंह ने इस समस्या से निजात दिलाने व जल शुद्ध करने को लेकर विशेषज्ञों से प्रश्न किया। जिस पर डॉ अनिल प्रकाश जोशी ने कहा प्रकृति खुद सफाई भी करती है। केवल प्रकृति को प्रकृति अवस्था में छोड़ दें तो प्रकृति खुद को स्वच्छ एवं शुद्ध कर लेगी। मानव सृष्टि, जीव जंतु और पेड़ के लिए जल की कमी नहीं होने देगी। विशेषज्ञों ने कहा कि पानी और स्वच्छता मौलिक मानवाधिकार है। पानी अपनी एक सार्वजनिक वस्तु है और इसे सार्वजनिक नियंत्रण के तहत बिना किसी भेदभाव के सभी के लिए सुलभ होना चाहिए। पानी के व्यक्तिगत और घरेलू उपयोग को कृषि व्यवसाय और उद्योग जैसे उत्पादक उपयोग की तुलना में सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए। जल नीतियों में नदिया, झरनो, कुआं एवं प्राकृतिक स्रोतों के जीर्णोद्धार व स्थाई प्रबंध को प्राथमिकता देनी चाहिए। स्वच्छ पर्यावरण एवं मानव अधिकार के लिए प्रदूषण पूरी तरह बंद होना चाहिए। बोतल बंद पानी को ना कहें और पानी के निजीकरण को ना कहें और पानी पर सार्वजनिक नियंत्रण को बढ़ावा दें। गांव, शहरों, विश्वविद्यालय, कॉलेज, आस्था स्थलों को नीला समुदाय बनाना चाहिए। गोष्ठी में मॉडल कॉलेज राजमहल के छात्र- छात्राओं ने भी भाग लिया। वहीं होली के पूर्व अवसर पर आज महाविद्यालय का अंतिम कार्य दिवस पर एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की शुभकामना दी। रणजीत सिंह ने कहा कि सभी इको फ्रेंडली होली अपने परिवार के साथ और सादगी से मनाएं, हुडदंग ना करें। मौके पर शिक्षक प्रवीर कुमार, छात्र कर्मी अर्जुन मोहन, सुमित, कुमार प्रकाश, बबलू व अन्य थे।