मुंगेर में हंगामेदार रही यूनिवर्सिटी सीनेट की बैठक
- सदस्यों ने कुलपति पर अनियमितता और भ्रष्टाचार के लगाए आरोप
- आक्रोशित छात्र नेताओं व छात्रों ने घंटों विश्वविद्यालय के कुलपति और पदाधिकारियों को बंधक बनाए रखा
- पुलिस के द्वारा थप्पड़ खाने के बाद छात्र नेता प्रिंस कुमार ने भारत माता की जय के नारे लगाए
लालमोहन महाराज, मुंगेर
मुंगेर यूनिवर्सिटी सीनेट की बैठक में शनिवार को हाय वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला ,क्योंकि सदस्यों ने कुलपति के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। पूर्व निर्धारित समयानुसार मुंगेर यूनिवर्सिटी सीनेट की बैठक पूर्वाहन 11:00 बजे की जगह लगभग 12:00 बजे घंटे भर विलंब से शुरू हुआ । बैठक का शुभारंभ कुलपति प्रोफेसर डॉ श्यामा राय ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद एक के बाद एक सदस्यों ने विश्वविद्यालय में व्याप्त समस्याओं के बारे में सवालों की झड़ी लगा दी। मुंगेर विधायक प्रणव कुमार ने कहा कि मुंगेर यूनिवर्सिटी में अनियमितता और भ्रष्टाचार है। कुलपति यूनिवर्सिटी के जमीन के अधिग्रहण करने के मामले में उदासीन हैं। कई बार कुलपति से हुई बातचीत में नकारात्मक जवाब मिला है। अतिथि व्याख्याता की नियुक्ति में व्यापक अनियमितता बरतते हुए व्यापक पैमाने पर पैसे लेकर नियुक्ति की गई है। साक्षात्कार में उपस्थित हुए अभ्यर्थियों को फेल और पास होने की जानकारी भी नहीं दी गई। नियुक्ति मामले में जांच के लिए बनाई गई कमिटी का रिपोर्ट भी अभी तक नहीं आया है। वही सीनेट सदस्य विक्की आनंद भी विश्वविद्यालय में व्याप्त समस्या पर जमकर बरसे। वही विधायक ललन पासवान ने भी आउटसोर्सिंग के जरिए गार्ड, गनमैन ,डाटा ऑपरेटर के मानदेय भुगतान पर उंगली उठाई ।उन्होंने कहा कि कंपनी वाले मुंगेर यूनिवर्सिटी के तालमेल से अपने अधीनस्थ कर्मियों को निर्धारित मानदेय में कटौती कर भुगतान करते हैं । उन्होंने कहा कि विधानसभा के इसी सत्र में मुंगेर विश्वविद्यालय में व्याप्त समस्या से सरकार को अवगत करा ऊंगा। लगभग 3 घंटे चली बैठक में नाराज सदस्यों से सूर्यगढ़ा विधायक प्रह्लाद यादव के द्वारा बजट पास करने के अनुरोध किए जाने पर सदस्यों ने विश्वविद्यालय का बजट पारित कर दिया। बैठक समाप्त होने के बाद ऊपरी तल पर भोजन कर रहे कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर श्यामा राय के साथ यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर बातचीत कर रहे एमएलसी अजय कुमार सिंह ,कुलसचिव डॉ पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, प्रति कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल ,कुलानुशासक डॉक्टर देवराज सुमन, सदर एसडीओ यतेंद्र कुमार पाल के समीप पहुंचे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता प्रिंस कुमार, दिनेश कुमार कुर्सी टेबल फेंकते हुए छात्र हित में अपनी 20 सूत्री मांगों को लेकर आक्रोश जताया। आक्रोशित छात्र नेताओं से हाथापाई की नौबत तक आ पहुंची। पुलिस के द्वारा थप्पड़ खाने के बाद छात्र नेता प्रिंस कुमार ने भारत माता की जय के नारे लगाए। हालांकि सदर एसडीपीओ राजेश कुमार और सदर एसडीओ यतेंद्र कुमार पाल ने दोनों छात्र नेताओं को काफी देर तक समझाया बुझाया। यूनिवर्सिटी के मुख्य दरवाजे को भी आक्रोशित छात्र नेताओं व छात्रों ने बंद रखा ।घंटों विश्वविद्यालय के कुलपति और पदाधिकारियों को बंधक बनाए रखा। इस दौरान सीनेट सदस्यों और पुलिस पदाधिकारियों से छात्र नेताओं के बीच जमकर नोकझोंक और झड़प हुई।