भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए :सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे
'हलाल सर्टिफिकेशन : वैश्विक अर्थव्यवस्था पर आक्रमण’ ई-बुक का ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में लोकार्पण
गोवा। गोवा के अधिवेशन से प्रारंभ हुई हिन्दू राष्ट्र की मांग अब जनता की मांग बनने लगी है, साधु-संत, राजकीय नेता हिन्दू राष्ट्र के संदर्भ में बोलने लगे हैं । इसलिए अब ‘बिजली फ्री, यात्रा फ्री’ ऐसी भुलावेवाली गप्पें नहीं, अपितु भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की ठोस घोषणा चाहिए। संपूर्ण भारत में गोहत्या प्रतिबंधक एवं धर्मांतरण प्रतिबंधक कानून बनाने, हिन्दुओं के देवताओं का अपमान करनेवालों पर कठोर कार्यवाही करनेवाला कानून बनाने, वक्फ एवं ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप’ जैसे अन्यायी कानून निरस्त किए जाएं, आदि हिन्दू हित की मांगे घोषणापत्र में लेकर उन्हें पूर्ण करनेवाले जनप्रतिनिधियों को वर्ष 2024 में होनेवाले आगामी लोकसभा चुनावों में हिन्दुओं का सार्वजनिक समर्थन प्राप्त होगा, यह बातें हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे ने ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में कहीं।
सद्गुरु (डॉ.) पिंगळे ने आगे कहा, ‘‘हिन्दुओं ने राजकीय दृष्टि से जागृत न होना यह हिन्दुओं के पराभव का कारण है । जागृत, सक्रिय एवं संगठित नागरिक ही लोकतंत्र की शक्ति हैं। इसलिए स्वदेश, स्वतंत्रता, समाजव्यवस्था आदि के संबंध में हिन्दुओं के अज्ञान, स्वार्थ एवं असंगठन पर कार्य करने की आवश्यकता है । राजनीतिक दल उनका घोषणापत्र सार्वजनिक करते हैं, अब हिन्दुओं को संगठित होकर हिन्दू हित की मांगों का घोषणापत्र बनाना चाहिए तथा मत मांगने के लिए घर आनेवाले जनप्रतिनिधियों से वे मांगे करनी चाहिए।’’
हिन्दुओं की रक्षा के लिए हिन्दुओं की सक्षम ‘इकोसिस्टम’ होनी चाहिए ! – श्री. कपिल मिश्रा
वर्ष 2022 में श्रीरामनवमी के दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी में बांग्लादेशी घुसपैठिए मुसलमानों ने बम, गोलियों एवं पत्थरों द्वारा हिन्दुओं पर हिंसक आक्रमण किया । इस प्रकरण में गिरफ्तार अन्सार का अभियोग सर्वाेच्च न्यायालय में लडनेवाले को ‘जमीयत उलेमा-ए-हिन्द’ इस संस्था द्वारा लाखों रुपए दिए गए। देश में अनेक स्थानों पर आतंकवादी आक्रमण में सम्मिलित आतंकवादियों के अभियोग ‘जमीयत उलेमा-ए-हिन्द’ द्वारा लड़े जाते हैं । इस संस्था के पास यह पैसा ‘हलाल’ के माध्यम से आता है । ‘केश काटने’, ‘सब्जी खरीदने’ आदि के लिए हिन्दू अन्य धर्मियों को पैसा दे रहे हैं, वह पैसा ‘जमीयत उलेमा-ए-हिन्द’ तक पहुंचता है और इसी पैसे का उपयोग आतंकवादियों के अभियोग लड़ने के लिए किया जाता है। इसी प्रकार हिन्दुओं की रक्षा के लिए गांवों के स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक हिन्दुओं की सक्षम ‘इकोसिस्टम’ बनाना आवश्यक है, ऐसा ‘हिन्दू इकोसिस्टम‘ के संस्थापक श्री. कपिल मिश्रा ने कहा ।
इस अवसर पर गोवा स्थित ‘कृपाल रूहानी फाऊंडेशन’ के कर्नल करतार सिंह मजीठिया के करकमलों से ‘हलाल सर्टिफिकेशन : वैश्विक अर्थव्यवस्था पर आक्रमण’ इस ई-पुस्तक का लोकार्पण किया गया । इस समय नांदेड स्थित गणाचार्य मठ संस्थान के मठाधिपति (पू.)ष.ब्र.प्र.१०८ (डॉ.) विरुपाक्ष शिवाचार्य महास्वामीजी ने कहा, ‘‘लिंगायत हिन्दुओं से अलग नहीं अपितु अभिन्न हैं । वीरशैव लिंगायत हिन्दुओं का ही एक भाग है।’’