बिहार

बिहार के 75 शोर्य परिवारों का सम्मान समारोह, एवं दिव्य आलेख पत्रिका हुआ लोकार्पण

पटना। “दिव्य ज्योति फाउंडेशन” एवं “बन्धु एंटरटेनमेंट” ने “शोर्य नमन फाउंडेशन” के साथ मिलकर बिहार के 75 शोर्य परिवारों का सम्मान समारोह एवं दिव्य आलेख पत्रिका का लोकार्पण किया।

“दिव्य ज्योति फाउंडेशन” एवं “बन्धु एंटरटेनमेंट” वर्षो से साहित्य संगीत और शिक्षा के उत्थान की दिशा में कार्यरत है। राजधानी पटना के ए.एन:सिन्हा इंस्टीचयूट में  “शोर्य नमन फाउंडेशन” के साथ मिलकर बिहार के 75 शोर्य परिवारों का सम्मान समारोह एवं दिव्य आलेख अंतरराष्ट्रीय पत्रिका का लोकार्पण किया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि समीर कुमार महासेठ माननीय उद्योग मंत्री, बिहार, एवं दिलीप कुमार चार्चित लेखक, विशेष सचिव उद्योग विभाग एवं बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी,विशिष्ट अतिथि डॉ नीतू कुमारी नवगीतप्रसिद्ध लोक गायिका और पटना नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान की ब्रांड एंबेसडर, ममता मेहरोत्रा वरिष्ठ साहित्यकार, अविनाश बन्धु, मो नसीम अख्तर, रमेश कुमार शर्मा,राज विश्वकर्मा , क्रिएटिव डायरेक्टर मुंबई ने दीप प्रज्वलित कर के शुभारंभ किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रख्यात अभिनेता विजेंद्र काला समेत कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। इसके बाद सभी आंगतुक अतिथियों को फूलबुके,शॉल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से दिनेश देवघरिया , नंदिनी श्रीवास्तव, संजीव मुकेश, नवल सुधांशु, हिमांशु हिंद, प्रशांत बजरंगी और प्रशांत मन समेत अन्य चर्चित हस्तियों ने अपनी साहित्यिक रचनाओं का पाठ किया।

दिव्य ज्योति फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित और बन्धु एंटरटेनमेंट के द्वारा प्रबंधित अंतर्राष्ट्रीय त्रैमासिक पत्रिका “दिव्य आलेख” के संपादक अविनाश बन्धु ने बताया कि शूरवीरों की शहादत की गरिमा को बहाल रखने के लिए आज 75 शहीद परिवारों को शौर्य सम्मान दिया गया है। शहीदों के अमिट बलिदानों का कर्ज नहीं चुकाया जा सकता। यदि वे न होते तो देश सुरक्षित नहीं रह सकता। इस सीमा प्रहरियों की बदौलत ही देशवासी चैन से सो रहे हैं। उन्होंने बताया कि ‘दिव्य आलेख’ साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक उत्थान के उद्देश्य से प्रकाशित की जायेगी। जिसमें हिंदी, भोजपूरी, मगही, मैथिली, अंगिका, उर्दू एवं अंग्रेजी लेख, कविता, ग़ज़ल, मुक्तक, छंद, आदि प्रकाशित होगी। इस पत्रिका का उद्देश्य हिंदी के विकास में क्षेत्रीय भाषाओं के योगदान से सम्बद्ध तथा पूरक साहित्य को लोकप्रिय बनाना है। इस पत्रिका में साहित्य के हर पहलू से संबंधित तकनीकी लेख, शोध, लेख, निबन्ध, परिभाषा-कोश, कविताएँ, व्यंग्य चित्र, सूचनाएँ, समाचार तथा पुस्तक समीक्षा आदि प्रकाशित की जायेगी।इस त्रैमासिक पत्रिका में विश्व के 100 साहित्यकारों लेखकों का लेख प्रकाशित होगा।

शोर्य नमन फाउंडेशन के डायरेक्टर रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि देश और इसकी सीमा की दुश्मनों से रक्षा करते हुए वीर गति को प्राप्त करने वाले जांबाज सपूतों पर देशवासियों को नाज है। देश के लिए प्राण न्योच्छवार करने से बढ़कर कुछ नहीं है।हम सब अपने देश के अंदर सुरक्षित है और इसका श्रेय जांबाज सैनिकों को जाता है।देश के वीर जवानों की शहादत को यह देश कभी नहीं भूल सकता।75 शहीद परिवारों को शौर्य सम्मान देकर हम सभी गौरान्वित महसूस करते है।

इस आयेजन को सफल बनाने में स्कॉलर्स अवार्ड स्कूल पटना, द विजन आईएसपटना, इलाइट इंस्टिट्यूट पटना, लिट्रा पब्लिक स्कूल, पेन टुडे, आरोह आर्टिस्ट, तत्सुया सलूजा इंटरटेनमेंट, लेट्स इंस्पायर्ड ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। धन्यवाद ज्ञापन अविनाश बन्धु ने एवं संचालन मो नसीम अख्तर ने किया।

इस अवसर पर क़ासिम खुर्सीद, अमरदीप झा गौतम लेखक एवं प्रसिद्ध शिक्षाविद्, पण्डित अभिषेक मिश्रा, दीपा श्री, पप्पु कुमार, कार्तिकेश झा, अंकेश कुमार, रंजना कुमारी, तनुजा सिंहा, निधी राज, कवि डॉ प्रेमसागर पाण्डेय,प्रेम कुमार, डॉ नम्रता आनंद, परवीन बादल, अजय अंबस्ट,  दिवाकर कुमार ,पंकज सिंह, शशि शेखर सिंहसमेत कई लोग उपस्थित थे।

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