पोक्सो के बावजूद छोटे बच्चों के बीच लैंगिक अपराधों में कमी नहीं हो रही है : कुमारी रंजना अस्थाना
रिपोर्ट ~ उर्मिला
- न्याय सदन में District Level Multi Stake Holders Consultation विषय पर एक कार्यशाला का किया गया आयोजन
- डीपी, एसपी, न्यायिक पदाधिकारी, सभी विभागों के वरीय पदाधिकारी हुए शामिल
बोकारो । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नई दिल्ली तथा झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, राँची के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो कुमारी रंजना अस्थाना की अध्यक्षता में आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो की ओर से न्याय सदन के सभागार में District Level Multi Stake Holders Consultation विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो कुमारी रंजना अस्थाना द्वारा न्याय सदन बोकारो में उपायुक्त- सह-उपाध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो कुलदीप चौधरी, पुलिस अधीक्षक-सह-सदस्य, जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो चन्दन कुमार झा, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय आलोक कुमार दुबे, पीठासीन पदाधिकारी, श्रम न्यायालय श्री अनुज कुमार, पोक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश श्री राजीव रंजन, अधिवक्ता संध के अध्यक्ष श्री अनिमेष चौधरी और सचिव श्री एम0 के0 श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय आलोक कुमार दुबे, पीठासीन पदाधिकारी, श्रम न्यायालय अनुज कुमार, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम बोकारो पवन कुमार, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय बोकारो राजीव रंजन, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ बोकारो योगेश कुमार सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी बोकारो श्रीमती लुसी सोसेन तिग्गा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो नीभा रंजना लकड़ा, प्रभारी न्यायाधीश, व्यवहार न्यायालय बोकारो प्रशान्त गुप्ता एवं अन्य न्यायिक पदाधिकारीगण, बोकारो अधिवक्ता संध के अध्यक्ष अनिमेश चौधरी एवं अन्य अधिवक्तागण, सरकारी विभागों के पदाधिकारीगण, पुलिस विभाग के पदाधिकारीगण, कर्मचारीगण, मिडिया कर्मीगण, पीएलवी, आदि उपस्थित रहे।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार की अध्यक्षा कुमारी रंजना अस्थाना ने कहा कि पोक्सो एक्ट लागू होने में 10 वर्ष से अधिक का समय हो चुका है। इसके बावजूद हमारे देश और समाज में छोटे-छोटे बच्चों के बीच लैंगिक अपराधों में कमी नहीं हो रही है। बच्चों को लैंगिक अपराधों से बचाने के लिए कानून के साथ-साथ इसके सभी स्टेकहोल्डर्स को भी संवेदनशील होकर कार्य करने की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए नालसा, नई दिल्ली और झालसा राँची की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होनें कहा अपने बच्चों से हर छोटी-बड़ी समस्या के बारें में पूछे और उनसे मित्रता पूर्वक व्यवहार करें।
उपायुक्त बोकारो कुलदीप चौधरी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के सभी सभ्य लोंगों के लिए गंभीर चिंतन का विषय है। न्याय प्रशासन और जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो की ओर से यह कार्यक्रम कराया जा रहा है। यह बहुत ही सराहनीय और महत्वपूर्ण है। इसमें पोक्सो अधिनियम से संबंधित सभी स्टेकहोल्डर्स को एक मंच पर उपस्थित होकर इस अधिनियम की बारीकियों के बारे में अपनी समझ बढ़ाने का एक अवसर प्रदान किया गया है।
पुलिस अधीक्षक बोकारो चन्दन कुमार झा ने कहा कि प्रशासन को सदैव ही इस प्रकार के गंभीर और जघन्य अपराध के प्रति संवेदनशील होकर कार्य करने की जरूरत है साथ ही पोक्सो अधिनियम के तहत पुलिस विभाग के लिए निदिष्ट किए गए प्रावधानों का अनुपालन करने को पुलिस तत्पर है।
श्रम न्यायालय अनुज कुमार ने अभिभावकों तथा शिक्षको से अपने घरों और विद्यालयों में बच्चों को इस अधिनियम की बेसिक जानकारी देने की अपील की ताकि बच्चें स्वयं जागरूक होकर इस प्रकार के अपराध से बच सके।
पोक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश राजीव रंजन ने पोक्सो केस की जांच में पुलिस पदाधिकारियों, चिकित्सकों, विशेष लोक अभियोजन, प्रोबेशन पदाधिकारी सहित अन्य लोगों की भूमिका तथा उनके क्षमता संवद्र्वन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्यों के इस्तेमाल के लिए प्रेरित किया।