पटना पुलिस का एलान, डॉ. संजय कुमार के बारे में सूचना देने वाले को मिलेंगे दो लाख रुपये
पटना। पटना के डॉ. संजय कुमार की गुमशुदगी एक पहेली बनती जा रही है। 13 दिन बीत जाने के बाद भी पटना पुलिस को डॉ. संजय के बारे मे कोई सुराग तक नहीं मिला है। देर होने की वजह से परिजनों और साथियों के सब्र का बांध भी अब टूट रहा है। आखिरकार पटना पुलिस ने आज घोषणा की है की जो भी डॉ. संजय कुमार के बारे में सूचना देगा उसे दो लाख रुपये का ईनाम दिया जायेगा। पटना के एसएसपी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा की पुलिस की जाँच चल रही है लेकिन अभी तक हम किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे है।
इस मामले में सोमवार को पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा की डॉ. संजय की गुमशुदगी को लेकर पत्रकार नगर थाना मे प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जाँच के लिए एसआईटी बनाया गया है। इस दौरान करीब पचास से ज्यादा लोगो से पूछताछ की जा चुकी है। एसएसपी के अनुसार डॉ. संजय का अंतिम सीसीटीवी फुटेज जो गाँधी सेतु का है उसकी जाँच की गई। कोई दूसरा व्यक्ति सांथ नहीं दिखा। इसके अलावा जिस 46 नंबर पाए के पास उन्हें देखा गया था उसके नीचे कई बार एनडीआरएफ के गौतखोरो को लगाया लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसलिए अब इस मामले में नेवी से मदद मांगी गई है। दरसल डॉ. संजय 1 मार्च को घर से मुजफ्फरपुर जाने के लिए कह कर निकले थे लेकिन उसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। डॉ. संजय तीन मोबाईल फोन का इस्तेमाल करते थे जिनमें से दो एंड्राइड और एक कीपेड वाला सेट था। तीनों मोबाईल मिल गया है और उसकी जाँच इकोनॉमीक्स विंग के साइबर यूनिट द्वारा की गई है। उनके बैंक खातो की भी जाँच की गई है। एसएसपी के अनुसार अब तक पचास से ज्यादा लोगों से इस मामले में पूछताछ की गई जिनमें डॉ. संजय के रिश्तेदार और सगे सम्बन्धी के अलावा उनके साथ काम करने वाले शामिल है। इस दौरान एक जानकारी मिली की हंसमुख स्वभाव वाले डॉ. संजय पिछले एक डेढ़ महीने से जरूर कुछ तनाव मे थे। जिसको लेकर जाँच चल रही हैं।
पुलिस ने की आम लोगो से मदत की अपील
डॉ. संजय कुमार की तस्वीरों के साथ सोशल मीडिया पर भी बिहार पुलिस की तरफ से भी लोगों से अपील की जा रही है। एसएसपी ने अब तक की जाँच को लेकर कहा कि हमारे पास अभी तक इस बात का कोई ठोस आधार नहीं है जिससे कह सके की इस मामले में किसी पेशेवर गिरोह या अपराधी का हाथ है। लेकिन फिर भी पुलिस हर बिंदु पर जाँच कर रही है।