नीतीश चारा चोर लालू की गोद में बैठ गये हैं, तो किसानों का भला कैसे होगा : अमित शाह
पटना। राजधानी पटना के बापू में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती पर किसान मजदूर समागम में कहा कि नीतीश कुमार का पूरा जीवन कांग्रेस के विरोध में बीत गया। वह पीएम बनने के लालच में सोनिया गांधी के सामने गिर गए। प्रधानमंत्री बनने की लालच में ही लालू के साथ चले गए।
गृहमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि आज सत्ता मोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज बना दिया है। इसलिए आप सभी संकल्प लीजिए कि इस नीतीश लालू को उखाड़ फेंकना है। नीतीश कुमार हर तीन साल के बाद प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते हैं। पीएम का पद भी फ्रीज हो गया है। 2024 में भी नरेंद्र मोदी पीएम बने रहेंगे। अमित शाह ने कहा कि नीतीश जी आपने वादा किया है कि लालू यादव के पुत्र (तेजस्वी यादव) को मुख्यमंत्री बनाएंगे तो अपना वादा पूरा कीजिए। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो उनको भी धोखा देंगे।
अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार ने जनता पार्टी को तोड़ा,क्योंकि वह लालू यादव की जातिवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति के खिलाफ लड़ना चाहते हैं। अब प्रधानमंत्री पद के मोह में लालू यादव की गोद में बैठे हैं। किसानों और मजदूरों के लिए स्वामी सहजानंद जी के जो विचार थे, उन्हें बस मोदी जी ही पूरा कर सकते हैं और कोई पूरा नहीं कर सकता है।
उन्होंने कहा कि नीतीश ने दूसरी बार धोखा दिया है लेकिन अब हमें धोखा नहीं दे सकते क्योंकि अब हम नीतीश को एनडीए में लेंगे ही नहीं। नीतीश के लिए भाजपा के सारे दरवाजे अब बंद हैं। 2009-14 में पौने चार लाख का अनाज खरीदा गया तो वहीं 2014-19 के दौरान भाजपा सरकार ने 8 लाख करोड़ का गेहूं और धान खरीदा। लेकिन बिहार के किसानों को इसका लाभ नहीं मिला अब भाजपा सरकार बनेगी तब बिहार के किसानों को भी लाभ होगा। भाजपा की सरकार ने सहकारिता के माध्यम से 2 लाख पंचायतों में सरकारी डेयरी बनाने का संकल्प किया है।
डेयरी के लिए सबसे उपयुक्त जगह बिहार है। यहां भूमि, पानी और मेहनतकश मजदूर हैं। बिहार वालों आप लालू की चिंता मत करो, क्योंकि बिहार में अब चारा चोरी भी नहीं होगा क्योंकि 2025 में यहां भाजपा की सरकार बनेगी। 2014 में मनमोहन-सोनिया सरकार के दौरान कृषि का बजट 25 हजार करोड़ रुपया था, 2023 के बजट में मोदी सरकार ने कृषि का बजट बढ़ाकर 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपया कर दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एमएसपी पर धान और गेहूं खरीदने के लिए कृषि का बजट बढ़ाया गया लेकिन बिहार में बजट जस का तस है। बिहार नीतीश बाबू के सत्ता मोह में जंगलराज बन चुका है। हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि बिहार में डेयरी की बहुत संभावनाएं हैं। बिहार में भूमि है, पानी है और मेहनतकश किसान हैं। बिहार में ढंग से व्यवस्थापन किया जाए तो पूरे भारत का सबसे ज्यादा दूध उत्पादन करने वाला राज्य बिहार बन सकता है। अब नीतीश के राज में देश का सबसे अधिक दूध उत्पादन वाला राज्य कैसे बनेगा बिहार? क्योंकि दूध उत्पादन के लिए पशु चाहिए और पशु को चारा चाहिए लेकिन प्रदेश का मुख्यमंत्री चारा चोरी करने वाले लालू की गोद में जाकर बैठ गया है, तो किसानों का भला कैसे होगा? आज सहजानंद सरस्वती जी का बिहार गर्त में जा रहा है, इसे गर्त से बाहर निकालने के लिए हमें संघर्ष करना है।