जल संचयन के लिए खान एवं भूतत्व विभाग के साथ किया जा रहा है समन्वय: संजय कुमार झा
प्रबंधन की नई एवं आधुनिकतम तकनीकों का सफलतापूर्वक सदुपयोग करते हुए राज्यहित में किए जा रहे दीर्घकालिक उपाय
पटना। राज्य के जलाशयों की जल संचयन क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से जल संसाधन विभाग द्वारा बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए गाद निकासी की कार्रवाई हेतु प्रयास किया जा रहा है। यह बात बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को बिहार विधानसभा में विधायक विजय कुमार सिंह द्वारा राज्य के 23 जलाशयों में पानी संचयन को लेकर पूछे गए सवाल के जबाब में कही।
संजय कुमार झा ने नदी जोड़ योजना की चर्चा करते हुए कहा कि 27 जून, 2023 को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बागमती बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना (बेलवाधार योजना) के तहत शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड में बेलवा मीनापुर लिंक चैनल के निर्माण पर 130 करोड़ 88 लाख 57 हजार रुपये खर्च करने को मंजूरी दी गई है। इस योजना के तहत 68.80 किलोमीटर लंबे लिंक चैनल के निर्माण के साथ-साथ रिसेक्सनिंग का कार्य, कम वाटर वे वाले अनुपयुक्त सात पुल/ पुलियों को हटाये जाने का कार्य तथा रूपांकित वाटर वे के अनुरूप 10 पुल/ पुलियों के निर्माण का कार्य कराया जाएगा। यह ‘इंट्रालिंकिंग ऑफ रिवर्स’ (प्रदेश के अंदर की नदियों को जोड़ने) की माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अवधारणा के तहत बिहार की पहली नदी जोड़ योजना है। इसके क्रियान्वयन से बड़े इलाके में बाढ़ से सुरक्षा और सिंचाई सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि गंडक और गंगा को जोड़ने तथा कुछ अन्य नदी जोड़ योजना के प्रस्ताव पर भी जल संसाधन विभाग कार्य कर रहा है।
संजय कुमार झा ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली का संरक्षण एवं संवर्धन करते हुए आनेवाली पीढ़ियों को हरा भरा बेहतर बिहार सौंपने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा जल-जीवन-हरियाली जैसा दूरगामी अभियान शुरू किया गया है, जिसकी तारीफ देश में ही नहीं पूरी दुनिया में हुई। विभाग द्वारा जल प्रबंधन की नई एवं आधुनिकतम तकनीकों का सफलतापूर्वक सदुपयोग करते हुए राज्यहित में कई अनूठे तथा दीर्घकालिक उपाय किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि बिहार राज्य स्थित जलाशय बारहमासी नदी स्रोत पर निर्मित नहीं है, बल्कि वर्षापात पर आधारित है। नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में वर्षापात होने पर जलाशयों में जल संचयन होता है, लेकिन वर्षा नहीं हो तो जल संचयन नहीं हो पाता है। बिहार राज्य स्थित 23 जलाशयों में से 14 जलाशयों के जीवंत जल संचयन क्षेत्र में दिनांक 21 जून 2023 को जल संचित नहीं था। शेष 09 जलाशयों में औसतन 7.4 प्रतिशत जल संचयन पाया गया। जुलाई की पहली तारीख को पिछले 05-वर्षो में 10 प्रतिशत से अधिक जल संचयन पाये जाने वाले जलाशयों की औसतन संख्या 13 है।