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- लोगों को बताएं नीतीश सरकार के 18 साल और मोदी सरकार के 9 साल का अंतर: डाॅ. अमरदीप
- वैश्य समाज की पहली पसंद हैं नीतीश कुमार: धनजी प्रसाद
पटना। आज जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में प्रदेश जदयू व्यावसायिक एवं उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों, संगठन जिलाध्यक्षों एवं विधानसभा प्रभारियों की एकदिवसीय बैठक सम्पन्न हुई। प्रकोष्ठ के चर्चित ‘‘हाटे बाजार – नीतीशे कुमार’’ अभियान को और वृहत् एवं सघन रूप से चलाने हेतु बुलाई गई।
बैठक को संबोधित करते हुए श्री ललन सर्राफ ने कहा कि ‘‘हाटे बाजार दृ नीतीशे कुमार’’ अभियान को बिहार के हर हाट और बाजार तक पहुँचाना है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग हर दिन झूठ बोलते हैं और भ्रम फैलाते हैं और दूसरी ओर हमारे नेता श्री नीतीश कुमार विकास के काम में जुटे रहते हैं। वे वोट नहीं, वोटर की चिन्ता करते हैं। हमें वैश्य समाज को भाजपा के भ्रमजाल से निकालना होगा।
उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 36 प्रतिशत मत मिले थे, जबकि 64 प्रतिशतमत भाजपा के विरोध में गए थे। हमारे नेता ने इन 64 प्रतिशत मतों को गोलबंद करने का काम किया है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे पूरे जुनून से ‘‘हाटे बाजार – नीतीशे कुमार’’ अभियान में लगें और बिहार और देश को भाजपा-मुक्त करने के लिए एकजुट हों। साथ ही उन्होंने कहा कि 24 जनवरी 2024 को पटना में होने जा रहे जदयू के जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्मशताब्दी समारोह में बिहार के कोने-कोने से इतनी भारी संख्या में लोग जुटेंगे कि दिल्ली में बैठे लोगों की नींद हराम हो जाएगी।
श्री नीरज कुमार ने इस मौके पर कहा कि भाजपा का डीएनए वैश्यों के अपमान का है। वैश्य समाज का हितैषी होने का दावा करने वाली भाजपा ने वैश्य समाज को ही किनारे लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने खुदरा व्यापारियों के लिए राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति बनाने और किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर व्यापारी क्रेडिट कार्ड लाने का वादा किया था, लेकिन बाकी वादों की तरह ये वादे भी खोखले साबित हुए। विशेष राज्य के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जब गुजरात के 9 जिलों को विशेष श्रेणी में रखा जा सकता है, तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया जा सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया गया, इसे केन्द्र सरकार संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करे।
शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. अमरदीप ने कहा कि हमें नीचे तक ये बात पहुँचानी होगी कि नीतीश सरकार के 18 साल और केन्द्र की मोदी सरकार के 9 सालों में क्या अन्तर है। लोगों को समझाना होगा कि ये लड़ाई विकास बनाम विनाश की है। उन्होंने कहा कि भाजपा की अघोषित तानाशाही के खिलाफ सोशल मीडिया पर सक्रिय हों और ‘‘हाटे बाजार – नीतीशे कुमार’’ अभियान की व्यापक सफलता के लिए हर हाट और बाजार को वाट्सएप ग्रुप से जोड़ें।
जदयू व्यावसायिक एवं उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री धनजी प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने वैश्य समाज के लिए जितना किया है, उतना किसी ने नहीं किया। वे वैश्यों की पहली पसंद हैं, खासतौर पर छोटे और खुदरा व्यापारियों के बीच वे काफी लोकप्रिय हैं। कुछ स्वार्थी तत्व लोगों को बरगलाने में लगे रहते हैं, लेकिन उनकी दाल नहीं गलेगी। ‘‘हाटे बाजार – नीतीशे कुमार’’ अभियान से हम ऐसे लोगों का भंडाफोड़ करेंगे।
ध्यातव्य है कि बैठक के दूसरे सत्र में ‘‘हाटे बाजार – नीतीशे कुमार’’ अभियान की सफलता के लिए प्रमंडलवार चर्चा हुई और सभी पदाधिकारियों के दायित्व तय किए गए। पार्टी नेताओं ने एक स्वर से कहा कि अभी से लोकसभा चुनाव तक इस अभियान को मिशन मोड में लेंगे और इसकी ऐतिहासिक सफलता सुनिश्चित करेंगे।