पटना। जातीय जनगणना का विरोध करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है।
जातीय श्रेष्ठ के नाम पर दूसरों की हकमारी करने वाले लोगों को करारा जवाब देते हुए उन्होंने कहा है कि किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते है।
उन्होंने कड़े लहजे में कहा है कि कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा।
गौरतलब है कि बिहार में जातीय जनगणना की रिपोर्ट आने के बाद भारतीय जनता पार्टी, चिराग पासवान की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी समेत कई राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं।