जमालपुर में विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही से अप्रिय घटना की आशंका
लालमोहन महाराज, मुंगेर
नेट्रोडेम एकेडमी के पास बराबर भीड़ रहने से राहगीरों और बड़े वाहनों के आवागमन में व्यवधान उत्पन्न होता है । वही प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।आए दिन शहर में लगने वाली जाम एक बड़ी समस्या है। उस पर प्रशासन की अनदेखी के कारण यह समस्या मकड़जाल बन विकराल रूप ले रही है ।जिसके कारण कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है ।जिसका सबसे बड़ा प्रमाण नोट्रोडेम एकेडमी के पास अनाधिकृत रूप से लगने वाला जाम है ।जिसके कारण रेल कारखाना से निकलने वाले बड़े वाहनों के साथ ही अन्य गाडियों के आवागमन में काफी परेशानी होती है। राहगीरों और आम लोगों को भी स्कूल कीमनमानी से दो-चार होना पड़ता है। यह बातें समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष अमर शक्ति एवं जिला मीडिया प्रभारी मनोज क्रांति ने संयुक्त रूप से कही।
उन्होंने कहा कि शहर में शिक्षा के व्यवसायीकरण का सबसे बड़ा और बेजोड़ उदाहरण नेट्रोडैम एकेडमी है। इस एकेडमी के प्रबंधन अपने स्कूल में पढ़ रहे बड़े अधिकारियों के बच्चे के दम पर शहर में खुलेआम मनमानी करता है ।स्कूल के पास जाम से परेशान तो बहुत छोटा उदाहरण है। इसके मनमानी का सबसे बड़ा उदाहरण है ,नगर परिषद द्वारा निर्धारित टैक्स को मुकदमा का भय दिखा भुगतान नहीं करना है। जिसका भार शहर झेल रहा है। नेताओं ने कहा कि एक तरफ स्कूल प्रशासन कहती है कि हम चैरिटेबल संस्थान चलाते हैं और दूसरी तरफ बच्चों के फी के नाम पर मोटी रकम उगाही की जाती है। नेता ने कहा कि शिक्षा के बाजारीकरण पर जिला प्रशासन ने संज्ञान नहीं लिया तो हमारी पार्टी शिक्षा के बाजारीकरण एवं नेट्रोडेम एकेडमी जैसे स्कूल के मनमानी के विरुद्ध सड़क पर उतरेगी।