पटना । छात्र जदयू द्वारा पटना विश्विद्यालय परिसर में प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना को पुनः बाबू जगजीवन राम छात्रवास योजना करने के लिए शुरू हुए हस्ताक्षर अभियान कार्यक्रम में बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बतौर मुख्यातिथि शामिल होकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम पूरे प्रदेश के लगभग 20 जगहों पर एकसाथ शुरू हुआ। इस हस्ताक्षर अभियान के तहत छात्र जदयू केंद्र सरकार के प्रति अपना विरोध प्रकट करते हुए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों महाविद्यालयों एवं कल्याण छात्रावासों में जाकर हस्ताक्षर अभियान का कार्यक्रम चलाएगी और इसे महामहिम राष्ट्रपति जी को भेजेगी।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने अपने सम्बोधन में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा द्वेषपूर्वक जगजीवन राम छात्रवास योजना को बंद कर देना भाजपा के दलित, पिछड़ा एवं छात्र विरोधी चेहरे को बेनकाब करता है। आप सभी को ज्ञात होगा कि कुछ महीनें पूर्व ही पिछड़े-अतिपिछड़ों के छात्रवृत्ति योजना को भी केंद्र सरकार द्वारा बंद कर दिया गया था। इन दो घटनाक्रमों से यह साबित होता है कि भाजपा दलित व पिछड़े वर्गों के छात्रों को शिक्षा के मौलिक अधिकारों से वंचित रखना चाहती है। भाजपा के इस रवैये से देशभर का छात्र आक्रोशित और केंद्र सरकार के खिलाफ उद्वेलित है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम सभी इस बात को बखूबी से जानते हैं कि बाबू जगजीवन राम जी ने आजीवन लोकहित के लिए संघर्ष किया। अंतिम पंक्ति में खड़े जिन लोगों की आवाज सुनने वाला कोई नहीं था, बाबू जगजीवन राम जी उनकी आवाज बनकर उभरे और ऐसे महान पुरूष को इस प्रकार से अपमानित करना भाजपा की दूषित राजनीतिक चरित्र को उजागर करता है।
आगे उन्होंने कहा कि यह अपमान जगजीवन राम के अपमान तक सीमित नहीं है। बाबू जगजीवन राम बिहार के बेटे थे और आजीवन उन्होंने दलित-पिछडों की नुमाईंदगी की इसीलिए उनका अपमान बिहार का अपमान है। उनका अपमाम देश के तमाम दलित, पिछडों का अपमान है। भाजपा को इस अपमान की कीमत चुकानी पड़ेगी। जनता के आक्रोश में भाजपा का अहंकार जलकर भस्म हो जाएगा और हाल के दिनों में उसका एक उदाहरण कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला है। कर्नाटक का चुनाव परिणाम भाजपा के लिए एक आने वाली तबाही का साफ संकेत है। भाजपा का राजनीतिक खत्मा ही बाबू जगजीवन राम जी के अपमान का एकमात्र बदला है।
बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि देश के पहले उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम जी के नाम से चल रही योजना का नाम इस बात को दर्शाता है कि भाजपा दलितों के उत्थान करने के बजाए उनको पीछे धकेल रही है।
छात्र जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नीतीश पटेल ने कहा कि मोदी सरकार लगातार दलित-पिछडों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। केंद्र सरकार ने बाबू जगजीवन राम छात्रवास योजना पर रोक लगाकर बिहार के बेटे को अपमानित करने का काम किया है। 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता इसका मुहतोड़ जवाब देगी। भाजपा के इस निर्णय से दलित व पिछड़ा समाज आक्रोशित है।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार, पूर्व मंत्री सह अनुसूचित जाति-जनजाति के प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष संतोष कुमार निराला, विधान पार्षद रवींद्र प्रसाद सिंह, पूर्व विधायक अरुण मांझी, रणविजय सिंह, कमल नोपानी, आसिफ कमाल, प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा, प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा, रुबेल रविदास, इम्तियाज अहमद अंसारी, राहुल खण्डेलवाल, स्वेता विश्वास, बंटी चंद्रवंशी, रामप्रवेश पासवान, शत्रुघ्न पासवान, रविंद्र पटेल, हुलेश मांझी, प्रशांत राज, मुन्ना चौधरी, रोहित राज, रवि रंजन सहित पार्टी के कई गणमान्य पदाधिकारी व छात्र जदयू के साथीगण मौजूद रहें। कार्यक्रम का संचालन रविकांत ने किया।