बिहार में जमीन माफिया नेता और पदाधिकारियों के सिंडिकेट से जीना दूभर : पप्पू यादव

- फतुहा प्रखंड के ग्राम जेठूली में माफिया उमेश यादव एवं उनके सहयोगियों द्वारा की की गई सरेआम गोली में मृतकों के परिजनों मिले जाप सुप्रीमो
पटना। बिहार में बढ़ते अपराध पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जाप के सुप्रीमों पप्पू यादव ने कहा कि जमीन माफिया नेता और पदाधिकारियों के सिंडिकेट ने प्रदेश की जनता को जीना दूभर कर दिया है। नतीजा आए दिन हिंसा और अपराध के रूप में उभर कर सामने आ रहा है। माफिया नेता पदाधिकारियों का सिंडिकेट सत्ता के पावर का गलत इस्तेमाल कर आम जनता को शिकार बनाती है । इसका जीता जागता उदाहरण, फतुहा प्रखंड के ग्राम जेठूली में माफिया उमेश यादव एवं उनके सहयोगियों द्वारा सरेआम गोली चला कर 3 लोगों को घायल और 2 लोगों को मौत के घाट उतारने की घटना है।
उन्होंने कहा कि इस क्राइम सीन से वीवीआइपी नेता, मंत्री, और पदाधिकारी के अलावा प्रदेश का पुलिस मुख्यालय भी महज कुछ ही किलोमीटर में अवस्थित है लेकिन अपराधियों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। क्योंकि इन अपराधियों को नेता और माफिया के नेक्सेस का सपोर्ट मिलता है जिसकी आड़ में यह आम लोगों को गाजर मूली से भी बदतर समझ लेते हैं और उनकी जिंदगी छीन ले रहे हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की हालत क्या है आप इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि जेठूली ग्राम में प्रशासन के सामने गोलियां घंटा चलती रही और घर में आग लगा दिए गए लेकिन पुलिस मूकदर्शक बन कर देखती रही। एक्शन लेना तो छोड़ ही दीजिए, वहां तू बे बेशर्मी को मात देकर तमाशा देख रहे थे। और देखते ही देखते 5 लोगों को गोलियां लगी। दो की मौत हो गई। तीन गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए।
उन्होंने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि क्या इस घटना के सुध विपक्ष के लोग लेंगे, जो मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं या सरकार में बैठे लोग जिन्होंने जनता को सब्जबाग दिखाए थे वे इस घटना अपराधी को जेल तक पहुंचाने में अपनी भूमिका का निर्माण करेंगे? ऐसे लोग राजनीतिक रोटियां तो सेकना जानते हैं लेकिन जिसने अपने परिजनों को खोया उसके दर्द और फिलिंग्स को समझ नहीं सकते, क्योंकि गोली किसी नेता और पदाधिकारी के परिजनों को तो नहीं लगी ना।
बिहार की हालत जम्मू कश्मीर से भी बदतर हो चली है कि बीजेपी के राज्यपाल ने यह बात कही थी और सच भी तो है। कितनी देर हुए? महज कुछ घंटे पहले भू माफिया के कारस्तानी पर हम यही लोगों से संवाद कर रहे थे और इसके लिए संघर्ष की बात कर रहे थे। और फिर यह शाम की घटना इलाके में भय के माहौल को जन्म देने वाली है। फतुहा, वैशाली आसपास के इलाके अपराधियों के लिए शरण स्थली बन गए हैं जो पोषण पटना में सादे लिबास में चलने वाले माफिया नेता और पदाधिकारियों से संजीवनी लेते हैं। फिर आम लोगों के जीवन को नाश करते हैं।
उन्होंने जेठूली ग्राम की घटना को लेकर हम उच्च स्तरीय जांच की मांग व नेता पदाधिकारियों और माफियाओं की संपत्ति की जांच की मांग है।