बिहार

सीएम नीतीश ने ‘समाधान यात्रा’ के क्रम क्रम में बांका जिले में विकास योजनाओं का लिया जायजा

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज ‘समाधान यात्रा’ के क्रम में बांका जिले में विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का जायजा लिया।

यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री कटोरिया प्रखंड के मनिया गांव पहुंचे और वहां समेकित बाल विकास परियोजना केंद्र पर बच्चे-बच्चियों से बात कर वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने वहां उपस्थित मनिया ग्रामवासियों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालय मनिया का निरीक्षण किया और क्लास रूम में जाकर बच्चों की पढ़ाई की जानकारी ली। इस दौरान क्लास वन और टू के बच्चों ने उन्हें हंसते-खेलते पढ़ाई किये जाने के संबंध में जानकारी दी, जिससे मुख्यमंत्री बहुत प्रसन्न हुए और बच्चों को शाबाशी दी।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के अंतर्गत स्थापित क्लस्टर का जायजा लिया और ठाकुर स्वर्णकार हस्तकला उद्योग, मनिया में चांदी से निर्मित मछली को देखा। उन्होंने 1304 जीविका समूहों को व्यवसाय हेतु 1 करोड़ 67 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।

उसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने जीविका महिला ग्राम संगठन को मछली पालन हेतु तालाब हस्तांतरण पत्र सौंपा तथा 25 हजार 600 रुपये का सांकेतिक चेक भी प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि तालाब के पानी को भी साफ रखें और अगल-बगल पौधारोपण भी करा दें। उन्होंने छोटी-छोटी दुकानों में ग्रामीण कारीगरों द्वारा चांदी से निर्मित मछली को भी देखा और उसकी सराहना की। मुख्यमंत्री ने लोहिया स्वच्छ मिशन अभियान के तहत ठोस कचरा प्रबंधन हेतु वितरित किए गये ई-रिक्शा और पी- रिक्शा का भी अवलोकन किया ।

मुख्यमंत्री ने करझौसा में तसर अग्र परियोजना के तहत जीविका समूह द्वारा संचालित रेशम कोकून केंद्र का उद्घाटन किया। वहां उपस्थित जीविका दीदियों ने तसर कीट के जीवन-चक्र के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। स्टॉल पर लगाई गई प्रदर्शनी के माध्यम से जीविका दीदियों ने तसर रेशम के उत्पादन के विभिन्न चरण, बीज उत्पादन और आपूर्ति विधि की जानकारी दी। साथ ही तसर रेशम के धागे से बने उत्पाद एवं जीविका दीदियों द्वारा तैयार किए गए अन्य उत्पादों के बारे में भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई। वहीं पर मुख्यमंत्री ने बांका जिले में 277.03 लाख रुपये की 38 योजनाओं का उद्घाटन किया एवं रिमोट के माध्यम से अन्य योजनाओं का शिलान्यास किया ।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत विभिन्न उत्पादित सामग्रियों के लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। उन्होंने कोकून, बीजागार भवन, तसर स्ट्रीचिंग एवं स्पीनिंग का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने करझौसा में समेकित कृषि सुविधा केंद्र के परिसर का फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने परिसर में ही बनाए गए आदिवासी सुविधा केंद्र का भी जायजा लिया जहां जीविका दीदियों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। कृषि विभाग के सचिव श्री एन० सरवन कुमार ने जल संग्रहण हेतु अवरोधक बांध के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तारपूर्वक जानकारी दी और बताया कि बांका में 92 चेक डैम का निर्माण कराया गया है। इससे भू-जल स्तर भी ठीक होगा और किसानों को सिंचाई में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने शहद प्रसंस्करण केंद्र का भी जायजा लिया और शहद की निर्माण प्रक्रिया की जानकारी जीविका दीदियों से ली। जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के अंतर्गत हनी प्रोसेसिंग प्लांट का भी उन्होंने निरीक्षण किया। कृषि विभाग के सचिव श्री एन० सरवन कुमार ने बताया कि बांका जिले में लेमन ग्रास की अच्छी खेती की जा रही है। मुख्यमंत्री ने लेमन ग्रास प्रसंस्करण केंद्र को भी देखा। साथ ही मशरूम उत्पादन केंद्र पर जाकर जीविका दीदियों से मशरूम उत्पादन के संबंध में और उससे होने वाले फायदे के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित बकरी प्रजनन सह प्रशिक्षण केंद्र का भी जायजा लिया ।

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि यहां पर चांदी से मछली बनाने के कारोबार से काफी लोग जुड़े हुए हैं। आप लोगों को पता होगा कि बहुत पहले वर्ष 2009 के बाद जब हम वर्ष 2010-11 में सभी जगहों का दौरा कर रहे थे तभी हमने देखा था कि कई जगहों पर लोग कई प्रकार के कार्यों से जुड़े हुए हैं। उसी समय हमलोगों ने तय किया कि सभी जगहों पर ऐसा काम होना चाहिए। आज यहां पर आने का मुझे मौका मिला है। यहां पर बहुत बढ़िया ढंग से सभी लोग काम कर रहे हैं। सभी लोगों की आमदनी काफी बढ़ी है। यहां पर तैयार की गई चांदी की मछली सभी जगहों पर भेजी जाती है। बिहार में जब कृषि रोड मैप पर काम शुरु किया गया था तो शुरु में ही हमने कह दिया था कि देश के सभी लोगों के घर पर कोई न कोई बिहार का चीज उपयोग करने को मिले। हमलोग शुरु से ही इसको लेकर काम कर रहे हैं।

समाधान यात्रा शुरु करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाधान यात्रा नाम इसलिए दिया गया है कि कहीं कोई कमी हैं तो उसको दूर किया जाये। जहां भी हम जाते हैं तो लोग अपनी शिकायतें हमें सुनाते हैं। उनकी समस्याएं सुनने के बाद उसका समाधान कराया जाता है। यात्रा का दूसरा मकसद यह है कि सरकार द्वारा कराये जा रहे कार्यों को देखने के साथ ही उसे और बेहतर करने को लेकर बात होती है किये जा रहे कार्यों के अलावा भी अगर कोई काम करने की जरुरत है तो उसकी भी जानकारी यात्रा के दौरान मिल जाती है। कहीं पर अगर सड़क आदि की जरुरत है तो इन्हें देखना बहुत जरुरी है। सरकार द्वारा जो काम कराये गये हैं उसका फायदा लोगों को मिल रहा है कि नहीं, यह देखना भी जरुरी है। समाधान यात्रा का हमारा मकसद यही है।

चांदी की मछली बनाने के व्यवसाय से जुड़े लोगों को दूसरे राज्यों की पुलिस द्वारा इसकी बिक्री के दौरान परेशान किये जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। इसको लेकर कोई प्रतिबंध नहीं है। यहां के कारोबारी किसी भी दूसरे राज्य में इसे लेकर जा सकते हैं। कहीं कोई, चीज तैयार करता है तो इसे लेकर वह पूरे देश में जा सकता है। हमलोग चाहते है कि सभी लोगों के पास बिहार की चीज पहुंच जाये, इसी को लेकर यहां पर भी काम हो रहा है। यहां तैयार की गई चीजों का बाहर में भी काफी डिमांड है। इस कारोबार से जुड़े किसी व्यक्ति को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इसको लेकर हमने अधिकारियों को निर्देश दे दिया है कि कहीं कोई इन लोगों को तंग तो नहीं कर रहा है। यदि कोई ऐसा कर रहा है तो उस पर एक्शन लेने की जरुरत है। तसर बैंक के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरु से हमलोग इसको बढ़ावा देने का प्रयास किये हैं। अब इसका कारोबार काफी बढ़ गया है। इसको जितना बढ़ावा मिलेगा, इससे जुड़े लोगों की आमदनी उतनी ही ज्यादा बढ़ेगी। पहले इस इलाके में कुछ नहीं होता था। यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित कहा जाता था। अब सिल्क के कारोबार से जुड़ने के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।

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