
आलोक मेहता और उदय नारायण चौधरी को SC/ST के घर खाने का दिया चैलेंज
पटना। जन अधिकार पार्टी (जाप) सुप्रीमो और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपने मंदिरी स्थित आवास पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया। इस दौरान पप्पू यादव ने सरकार पर बहाली में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि बहाली को लेकर डाक निकल रहे हैं, जिसमें आम घर का लड़का जो पढ़ाई में अच्छा है उसका क्या होगा । वहीं उन्होंने छात्रों को पार्टी से जोड़ने के लिए अभियान की शुरुआत की, उनका कहना है कि हमने कम से कम 5 लाख छात्रों को अपने साथ जोड़ने का लक्ष्य रखा है ।
पप्पू यादव ने आलोक मेहता और उदय नारायण चौधरी को लेकर भी जमकर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि अक्षर कटुआ ज्ञान से कुछ नहीं होता है, जाप अध्यक्ष ने आलोक मेहता के बयान पर कहा कि उनको जानना और समझना चाहिए कि 10 फीसदी आरक्षण वाले जो लोग हैं उसमें ब्राह्मण समाज के लोगों का जो शासन है वो पेशवा और मराठी के अलावा कहीं नहीं हैं । उन्होंने कहा कि मुगलों और अंग्रेजों के शासन काल के दौरान 1 से 2 फीसदी लोगों ने कूटनीति के तहत अपने शासन को बचाया था ।
पप्पू यादव ने कहा कि क्षत्रिय मतलब राजपूत नहीं होता है, उन्होंने कहा कि कभी भी भूमिहार या ब्राम्हणों ने शासन नहीं किया है, और जिसने शासन किया है उसी ने शोषण किया है । पप्पू यादव ने बताया कि जब भी लंबा शासन हुआ है तो शोषण हुआ है चाहे वो लालू यादव का कार्यकाल रहा हो या यूपी में मायावती का ।
उनका कहना है कि सत्ता का चरित्र ही शोषण का होता है । उनका कहना है कि इन सब चीजों का ज्ञान आलोक मेहता और उदय नारायण चौधरी को नहीं है। वहीं चौधरी के बयान लंगड़ी सरकार पर उनका कहना है कि मौका मिलने पर वो आग में घी डालने का काम कर रहे हैं।पप्पू यादव ने कहा कि वो बताएं कि नीतीश कुमार लगड़ा है या तेजस्वी यादव लंगड़ी हैं। उन्होंने आलोक मेहता और उदय नारायण चौधरी को चैलेंज करते हुए कहा कि क्या आप डोम की थाली में खाना खाएंगे। या उसके घर में शादी करेंगे…अगर ऐसा नहीं कर सकते तो आप ब्राम्हणवाद व्यवस्था हैं आप । आलोक मेहता को भी उन्होंने चैलेंज किया है कि क्या वो पासवान के घर खाना खाएंगे या शादी करेंगे ।
उन्होंने कहा कि एक तरफ राहुल गांधी लोगों को एक करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यहां कुछ लोग लगड़ी, ब्राम्हणवाद और 10 फीसदी की राजनीति करने में जुटे हैं, पप्पू यादव ने बीजेपी पर भी निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि ये लोग महागठबंधन को तोड़ दें और लगातार बयानबाजी का दौर जारी है। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर लगातार हमले किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के एजेंडे से बचने की जरुरत हैं, वहीं सुधाकर सिंह पर एक बार फिर हमला किया और कहा कि ऐसे लोग बीजेपी के हाथ खेल रहे हैं ।