- बाबा साहेब भारतीय समाज को वैज्ञानिक चेतना से लैस देखना चाहते थे
- आज इक्कीसवीं सदी में भी समाज में अंधविश्वास व्याप्त है
- अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा क्रांति के माध्यम से डॉक्टर आंबेडकर के सपनों को साकार करने का लिया है संकल्प
मोतिहारी/पटना/। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जयंती के अवसर पर आम आदमी पार्टी (आप), बिहार के तत्वावधान में मोतिहारी के नगर भवन स्थित चैक से ‘स्कूल, अस्पताल व रोजगार मार्च’ का आयोजन किया गया है। इसमें पूरे बिहार से हजारों की संख्या में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता एवं नेताओं ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में दिल्ली में बादली विधानसभा के विधायक सह बिहार के चुनाव प्रभारी अजेश यादव भी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्थानीय जिला प्रभारी उमेश सिंह कुशवाहा ने किया।
बिहार में चंपारण की इस क्रांतिकारी धरती से ‘स्कूल, अस्पताल व रोजगार मार्च’ कार्यक्रम के आयोजन के पश्चात् बिहार के चुनाव प्रभारी सह विधायक अजेश यादव ने वहाँ उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब ने अपने जीवन काल में शिक्षा पर सबसे अधिक जोर दिया था। वे चाहते थे कि लोग शिक्षित होकर चेतनशील बनें एवं वैज्ञानिक चेतना को अपने जीवन का आधार बनाएं। परन्तु यह एक विडंबना ही है कि पूरी दुनिया को शिक्षा एवं ज्ञान देने वाली धरती, बिहार आज देश में सबसे अशिक्षित राज्य के श्रेणी में आता है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के मन में शिक्षा के प्रति कितनी आस्था थी वो उनके इस वक्तव्य से सहज ही समझा जा सकता है- ‘‘अगर आपके पास दो रूपए हैं तो एक रूपए की रोटी तथा एक रूपए की किताब ले लीजिए, क्योंकि रोटी आपको जीने में मदद करेगी और किताब जीना सिखाएगी। शिक्षा वो अस्त्र है जो व्यक्ति को उसके अस्तित्व क्षमता और सामथ्र्य से अवगत कराती है।
अजेश यादव ने कहा कि आज बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार की स्थिति इतनी खराब है कि यहाँ के लोगों को इन तीनों बुनियादी जरूरतों की पूर्ति के लिए दिल्ली या देश के अन्य राज्यों में जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो कार्य किए हैं उसकी चर्चा आज देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है। देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी दिल्ली के शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल का अध्ययन करने दिल्ली आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का सपना तब पूरा होगा जब हमारी युवा पीढि शिक्षित एवं समृद्ध होगी तथा इंसान एवं इंसान के बीच जन्म एवं जाति के आधार पर कोई भेदभाव न किया जाए और लोगों में सामाजिक के साथ-साथ आर्थिक विसमता बिल्कुल शुन्य हो।
अजेश यादव ने कहा कि बिहार की सरकार सिर्फ शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के नाम पर या तो कागजों पर काम कर रही है या फिर इससे वो अपना सिर्फ अपना राजनैतिक रोटी सेक रही है। उन्होंने पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार का हवाला देते हुए कहा कि अभी हाल ही में हुई ओलावृष्टि से पूरे देश के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने किसानों को उनके बर्बाद हुए फसल का मुआवजा धोषित कर उसका भुगतान 20 दिनों के अंदर कर दिया। परन्तु बिहार की संवेदनहीन सरकार अभी तक किसानों के मुआवजे का भुगतान नहीं कर पायी है।
कार्यक्रम में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सह जोनल प्रभारी शत्रुघ्न साहू, जोनल अध्यक्ष सुशील सिंह, राकेश यादव, रामनंदन सिंह, वीपी सिंह, चंद्र भूषण, डॉ शशिकांत, अविनव राय, उमा दफ़्तुआर, रागनी लता सिंह, पार्टी की प्रदेश कोषाध्यक्ष रीना श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता बबलू प्रकाश, निवर्तमान प्रदेश सचिव श्रीवत्स पुरुषोत्तम, जिला प्रभारी सुनील यादव, मिथलेश सिंह, सहित गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।
आम आदमी पार्टी मोतिहारी से वकील सिंह, सोनू सिंह, दिनेश महतो, जितेंद्र चौधरी, डॉ डीके चौधरी, डॉ गौरव सिंह, अनिल यादव, संजय यादव, जितेंद्र महतो एवं जिला मीडिया प्रभारी सुजीत कुमार उपस्थित थे।