बिहारराजनीति

जातीय सर्वे की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार प्रकट करेंगे जदयू कार्यकर्ता : नीरज कुमार

1 से 7 नवंबर तक जिला स्तर पर आयोजित होंगे कार्यक्रम

पटना। जदयू मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में विधानपार्षद सह पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान जहानाबाद के सांसद चन्देश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी, जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार चन्द्रवँशी, शिवशंकर निषाद, बंटी चन्द्रवंशी उपस्थित रहे।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए नीरज कुमार ने बताया कि जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी किए जाने के बाद जदयू द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार प्रकट करने के लिए जिलास्तरीय आभार कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित हुआ है। 1 से 7 नवंबर तक इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है।

साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जननायक कर्पूरी चर्चा के पहला चरण में 5 विधानसभा में हुआ था, द्वितीय चरण में 55 विधानसभा में और 8 अक्टूबर को 2 विधानसभा में हुआ यानी अब तक 62 विधानसभा में कर्पूरी चर्चा का कार्यक्रम सम्पन्न हो चुका है। शेष बचे 181 विधानसभा में कार्यक्रम होना है। इस कार्यक्रम का तीसरा चरण 27 अक्टूबर से आरम्भ होगा और 5 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान कुल 42 विधानसभा में यह कार्यक्रम प्रस्तावित है।

नीरज कुमार ने कहा कि जिलास्तरीय आभार कार्यक्रम के माध्यम से पार्टी भाजपा के अतिपिछड़ा विरोधी चेहरे को बेनकाब करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कन्नौज की सभा में खुद को अतिपिछड़ा समाज से जोड़ा था। तब हम लोगों ने सवाल खड़ा किया कि प्रधानमंत्री मोढ़ घांची समुदाय के हैं और उनके पूर्वज अहमदाबादी घांची, चम्परेनिया घांची, पटनी घांची, सुरती घांची, खम्भाटी घांची और पंचोली घांची को अछूत मानते थे। उनका बना हुआ खाना नहीं खाते थे। लेकिन सामाजिक विभेद की मानसिकता से ग्रसित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वोट के खातिर खुद को फर्जी अतिपिछड़ा घोषित कर दिया।

नीरज कुमार ने कहा कि जननायक कर्पूरी वास्तव में अतिपिछड़ा समाज के थे। उन्होंने पूछा कि क्या इसी कारण से जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न नहीं दिया जा रहा है? बिहार विधानमंडल से प्रस्ताव पारित किया गया कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाना चाहिए। हमारे सांसद चन्देश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी ने सदन में भी इस बात को रखने का काम किया लेकिन भाजपा के कान में जूं तक नहीं रेंगता। नीरज कुमार ने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल सामाजिक दुराग्रह के कारण कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न नहीं देना चाहते हैं?

उन्होंने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने सामाजिक छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ने का काम किया। उन्होंने राजनीतिक सवालों के संघर्ष पर लंबी गाथा लिखी। भाजपा स्पष्ट करें कि क्या इन्ही कारणों से उन्हें जननायक कर्पूरी ठाकुर के व्यक्तित्व से परेशानी है। 2021 में भाजपा की केंद्र सरकार ने कक्षा 1 से 8 पिछड़ा और अतिपिछड़ा समाज के छात्रों का छात्रवृत्ति बन्द कर दिया गया। यह दर्शाता है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के प्रति भाजपा के मन में कितनी घृणा है।

नीरज कुमार ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनको अपने पाप का पर्दाफाश होने का भय है इसलिए मोदी सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जातीय गणना नहीं करवा रही है और यह बात भी सार्वजनिक हो जाएगी कि प्रधानमंत्री के पूर्वज सामाजिक छुआछूत में भरोसा रखते थे।

उन्होंने कहा कि मंडल आयोग, रोहिणी आयोग, काका कालेलकर आयोग, अतिपिछड़ा आयोग और उच्चतम न्यायालय ने भी जातीय जनगणना करवाने की बात कही है लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने तमाम भावनाओं को दरकिनार करने का काम किया है। जिलास्तरीय आभार कार्यक्रम में इन तमाम बातों को जनता के सामने बेनकाब किया जायेगा। साथ ही यह बताएंगे कि भाजपा ने जातीय गणना को रोकने के लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अपने बौद्धिक समर्थको के द्वारा याचिका दायर करवाया।

 

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