पटना। गोपालगंज जिला के कुचायकोट विधानसभा में जदयू द्वारा कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि गोपालगंज का इतिहास गवाह है कि यहाँ के लोग राष्ट्रीय एवं सामाजिक हितों की रक्षा के लिए हमेशा से सजग रहे हैं। चाहे स्वतंत्रता की लड़ाई हो, अंग्रेजों के अन्यायपूर्ण करों का विरोध हो, नारी शिक्षा का अलख जगाना हो या फिर जेपी आंदोलन हो। आज हम कर्पूरी चर्चा के लिए यहाँ आए हैं, हम जानते हैं कि जननायक कर्पूरी ठाकुर समाज के अंतिम पायदान पर खडे व्यक्ति की चिन्ता करते थे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में न्याय के साथ जिस समावेशी विकास की बात की, उसके मूल में समाज का वही अंतिम व्यक्ति है। हमारे नेता ने समाजवाद की उस धारा को बचाने और बढ़ाने का काम किया जो जननायक कर्पूरी ठाकुर की सोच से निकली थी।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कुर्सी के नशे में इतनी मतवली हो चुकी है कि उसे गरीबों का दुख-दर्द अब महसूस नहीं हो रहा है। मोदी सरकार के नकारेपन का परिणाम है कि आज देश का आम आदमी अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में भी असमर्थ है। केंद्र ने महंगाई बढ़ाकर देश के गरीबों का निवाला छीनने का काम किया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हाल के दिनों में आप सभी ने देखा होगा कि इंडिया गठबंधन से घबराई भाजपा अब देश का नाम को बदलने पर ही विचार कर रही है। मुख्यमंत्री जी की अगुवाई में एकजुट हुआ देश का विपक्ष मौजूदा सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन चुका है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में किए गए सारे वादे खोखले साबित हो गए। मोदी सरकार खुद तो जनहित में कोई काम नहीं करती और बिहार सरकार द्वारा जनहित में किए कार्यो में भी अड़ंगा लगती है जिसका ताजा उदाहरण जाति आधारित गणना का मामला है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के दलितों, पिछडों, अतिपिछड़ों, शोषितों एवं गरीबों को सशक्त बनाने के लिए जाति आधारित गणना कराने का निर्णय लिया था। बिहार भाजपा के नेतागण महज औपचारिकता के लिए जाति आधारित गणना का समर्थन करते थे मगर भाजपा असली चेहरा तब बेनकाब हुआ जब केंद्र सरकार ने जातीय गणना में बाधा उत्पन्न करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा दाखिल की लेकिन भाजपा द्वारा लाख प्रयास के बावजूद भी जाति आधारित गणना का काम मुख्यमंत्री जी ने सम्पन्न करवाया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिहार सरकार के माननीय मंत्री श्री सुनील कुमार, गोपालगंज लोकसभा के माननीय सांसद श्री आलोक कुमार सुमन, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह राष्ट्रीय महासचिव श्री रामसेवक सिंह, प्रमंडल प्रभारी श्री सतीश कुमार, जिलाध्यक्ष श्री आदित्य शंकर शाही, माननीय विधायक श्री अमरेंद्र पांडेय, पूर्व विधायक श्री नेमतुल्लाह साहब, पूर्व चेयरमैन श्री मुकेश पांडेय, प्रदेश महासचिव श्री प्रमोद पटेल, श्री टुनटुन प्रसाद, श्री अरविंद निषाद, मुख्यालय प्रभारी श्री रणविजय कुमार, श्री अरुण शर्मा, श्री अंजनी कुमार सिंह, श्री श्याम राय, श्री सैयद नजमुल, श्री अमरेंद्र बारी, श्री ललन मांझी उपस्थित रहे।