पटना। महागठबंधन में शामिल नहीं करने से नाराज जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव पप्पू ने कहा जगह नहीं मिलने पर अकेले चुनाव लड़ सकते हैं। इस संबंध में कांग्रेस को तुरंत फैसला करना चाहिए। तो क्या पप्पू यादव को महागठबंधन में शामिल होने या ना होने का फैसला कांग्रेस के हाथ में है?
या फिर पप्पू यादव अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस को महागठबंधन का सुपर बॉस बनाने के लिए फील्डिंग कर रहे हैं बाहर से।
पप्पू यादव को महागठबंधन में क्यों शामिल नहीं किया जा रहा है या एक अहम सवाल हो सकता है पप्पू यादव के लिए, महागठबंधन के अन्य घटक उन्हें एक विश्वसनीय साथी के रूप में देखते और समझते हैं कि नहीं या दूसरा सवाल है। यदि महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया तो अकेले हम बिहार में चुनाव लड़ सकते हैं, कम से कम 3 और 5 सीट पर तो लड़ेंगे ही लड़ेंगे, वह भी जनता की रायशुमारी करने के बाद, यह उनका बगावती तेवर है, एक छुपी हुई धमकी है या फिर अभी से ही सी बारगेनिंग गेम?
पप्पू यादव सियासत के नवसिखुये नहीं है, लोहा की गर्मी देखकर के हाथ हथौड़ा मारना अच्छी तरह से आता है।
पटना में मीडिया को संबोधित करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि, 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकता की दूसरी बड़ी बैठक में 17-18 जुलाई को बंगलुरु में आयोजित की गई है। वहीं, बार-बार आग्रह करने के बावजूद अभी तक महागठबंधन में JAP को शामिल नहीं किये जाने पर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने हैरानी जताये हुए कई सवाल उठाये हैं।
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि मैंने महाठबंधन के बड़े नेताओं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी आग्रह किया है कि मुझे महागठबंधन का हिस्सा बनाया जाये लेकिन इस विषय अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने ये भी बताया कि, मैंने लालू प्रसाद यादव से मिलकर भी आग्रह किया था कि मुझे महागठबंधन का हिस्सा बनाये जाये लेकिन उन्होंने कहा तेजस्वी यादव इसका निर्णल लेंगे लेकिन पता नहीं क्या कारण है कि मुझे अभी तक महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया।
पप्पू यादव ने महागठबंधन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि कांग्रेस को तय करना होगा की मैं महागठबंधन का हिस्सा हूं या नहीं। अगस्त तक मुझे महागठबंधन शामिल नहीं किया गया तो मैं 5 सीटों पर है तैयारी होगी। जनता से पूछकर अकेले 3 से 5 सीटों पर चुनाव लड़ूँगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बड़ा दिल दिखाते हुए ममत बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को विपक्षा एकजुटता को लेकर साथ आयी है, लेकिन बिहार में क्या कारण है कि महागठबंधन बड़ा दिल दिखाते हुए मुझे साथ लेने को तैयार नहीं है। पप्पू यादव ने कहा कि जब भी महागठबंधन पर हमला हुआ है, एनडीए और पीएम मोदी पर हमला करने का काम सबसे जाप पार्टी और पप्पू यादव पहले करता है। केरला स्टोरी, कश्मीर फाइल, आदिपुरुष जैसी प्रोपगैंड फिल्मों को हमेशा विरोध करता हूं।
वहीं, पप्पू यादव ने बीजेपी के बिहार विधानसभा मार्च को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कारण जो पार्टी में बिहार में 17 साल शासन में रही है, जब वो विधानसभा मार्च को लेकर सड़क पर उतरी तो दो हजार की भीड़ नहीं जुटा सकी। भाजपा के राज्यसभा सांसद ऋतुराज सिन्हा के माध्यम से इस विरोध मार्च में SIS के गार्ड को बुलाना पड़ा। जिसके बाद विधानसभा मार्च में मिर्ची पाउडर का इस्तेमाल करना पड़ा है। वहीं, इस मार्च में बिहार बीजेपी ने शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति के बाहर में कुछ साफ नहीं कहा सिर्फ तेजस्वी- तेजस्वी रटता रहा ।
वहीं, पप्पू यादव ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए में एक व्यक्ति है जो अपने बदौलत राजनीति नहीं करना चाहता है। अजीत पवार, मणिपुर, चिराग पासवान समेत कई सहयोगियों के भरोसे हैं। वहीं, उन्होने कहा कि कहा कि मैं मर जाउंगा लेकिन राजनीति, सत्ता के लिए के लिए नफरत, जाति-धर्म का सहारा कभी नहीं लूंगा। मैं समाज के लिए सभी तबके साथ हमेशा खड़ा रहता हूं। जीने की स्वतंत्रता का कभी विरोध नहीं करुंगा।
महागठबंधन में शामिल नहीं करने से नाराज पप्पू ने कहा, बिहार के सभी लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ सकते हैं।
उन्होंने कांग्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि कांग्रेस को तय करना है कि मैं महागठबंधन में हूं या नहीं। जनता से पूछ कर के भी बिहार में कम से कम 5 सीटों पर तो चुनाव लड़ ही सकते हैं। कहा कि बिहार के विपक्ष के रुप में खड़ा रहा हूं। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कांग्रेस के साथ खड़ा रहा हूं, मेरा प्रयास है कि वसुधैव कुटुम्बकम जो भारत है, उसकी रक्षा हो। मेरा प्रयास है कि गरीब आदमी कि न्याय मिले । देश की 90 फीसदी आबादी को जस्टिस नहीं मिल पाता है। आर्थिक रुप से सभी लोगों की मदद करता हूं। किसान, बेरोजगार, युवा, महिलाओं, मीडिल क्लास, लोअर मीडिल क्लास के लिए साथ हमेशा खड़ा रहूंगा।
पप्पू यादव ने कहा कि मेरी लड़ाई अपराधी, माफिया और लूटेरे पूंजीपतियों, भ्रष्ट नेताओं और नफरत पैदा करनेवाले नेताओं के खिलाफ है। मैं शुरु से ही कोसी, सीमांचल, मिथिलांचल जहां से मेरी राजनीति की शुरुआत हुई। मैं हमेशा बिहार की आर्थिक-समाजिक प्रगति चाहता हूं। वर्तमान समय में अभी नफरत की राजनीति, गाली-गलौज की राजनीति, देश के सभी विविधताओं को चैलेंज करना, आज देश में जाति के आधार पर डर भी है कि बोलू या नहीं बोलूं। आज आम आदमी को देश में बोलने की आजादी नहीं है। देश में संविधान और लोक तंत्र खतरे में है। हमेशा आम आदमी के लिए खड़ा रहता हूं। मैंने हमेशा प्रयास किया है, बिहार देश में सबसे आगे जाये। मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा, राष्ट्रीय महासचिव राजेश पप्पू, प्रधान महासचिव अभिजीत सिंह मौजूद थे।