भिखारी की पुण्यतिथि पर प्रांगण ने किया नाटक ‘बटोही’ का मंचन
पटना। प्रांगण ने किया पटना में नाटक बटोही का मंचन। भिखारी ठाकुर की 52वीं पुण्य तिथि पर बिहार की चर्चित नाट्य संस्था स्थानीय प्रेमचंद्र रंगशाला में हृषिकेष सुलभ रचित नाटक बटोही का दो दिवसीय प्रदर्शन किया। नाटक के निर्देशक थे अभय सिन्हा। प्रकाश परिकल्पना रौशन कुमार की थी जबकि मंच परिकल्पना उमेश शर्मा ने किया था।
नाटक का कथानक भिखारी ठाकुर की रचनात्मकता को रेखांकि करता है। यह नाटक उन चिंताओं और स्थितियों को भी उकेरता है, जिनके रचनात्मक दबाब के कारण भिखारी ठाकुर ने कवि, नाटककार और रंगकर्मी के रूप में आकार लिया। नाटक में उनकी पत्नी मनतुरनी की चारित्रिक विशेषताओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला गया है।
नाट्य प्रदर्शन में परिपक्व निर्देकीय क्षमता दिख रही थी।एक तरफ सुंदर दृश्यबंध बन पड़े थे तो दूसरी तरफ उनके संयोजन में कसाव जबरदस्त था। जिसके कारण अंत तक दर्शक नाटक से जुड़े रहे।
कलाकारों में नीलेश्वर प्रसाद, मृत्युंजय प्रसाद, अनिल वर्मा, सोमा चक्रवर्ती और अमिताभ रंजन जैसे कलाकारों ने अपने अभिनय के परिपक्व अनुभवों को मंच पर परोसा है और खूब तालियां बटोरी है।इसके साथ ही डा. अंजू चंद्रा, संटू कुमार संजय सिंह,आशुतोष कुमार,अर्पिता घोष,मोनी ठाकुर,शिखा कुमारी,प्रीति कुमारी ओम प्रकाश, अतीश कुमार ने भी अपने अपने पात्रों को मंच पर जीवंत किया है। शेष कलाकारों में अरविंद कुमार,रतन कुमार संजय कुमार,बेबी अराध्या ने दर्शकों को प्रभावित किया है।लोकसंगीत पर आधारित इस नाटक में संगीत परिकल्पना और गायन नीलेश्वर मिश्र की थी।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में हरजोत कौर ,अपर मुख्य सचिव कला संस्कृति एवं युवा विभाग ,बिहार, विशिष्ट अतिथि के रूप में, संजय मयूख सदस्य बिहार विधान परिषद, दीपक आनंद ,अपर सचिव कला संस्कृति एवं युवा विभाग , बीरेंद्र प्रसाद निर्देशक कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार, अशोक कुमार सिन्हा उपमहानिदेशक बिहार संग्रहालय एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति थे।