बिहार
बांका जिले में कड़ाके की ठंड से आम जन- जीवन प्रभावित , गरीब जीने के लिए लड़ रहे लड़ाई , प्रशासन की व्यवस्था नदारद

रिपोर्ट- के पी चौहान
संपादन ~ चुन्नु सिंह
बाँका
- जिला मुख्यालय सहित इसके अन्य प्रखंड क्षेत्रों में कुहासे और पड़ रहे कड़ाके की ठंड ने आम जनों को घर में दुबके रहने को तो बाध्य कर ही दिया है, गरीब, लाचार और बेसहारों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड रहा है।
ये गरीब, बेसहारा और लाचार व्यक्ति दिनभर इधर-उधर दुबक कर दिन काट लेते हैं, लेकिन शाम होते ही ये गरीब – लाचार एवं बेसहारा लोग अपने किस्मत पर रोने को बाध्य होते हैं। हाँ जब रात बढ़ती है और चाय दुकान और कुछ नाश्ता वभो जन दुकान वाले अपनी- अपनी घर चले जाते हैं, तब ये गरीब,बेसहाराठंड से बचने के लिए उक्त चूल्हे पर बैठकर ठंड से बचने मुफीद पाते हैं। भीषण ठंड से जहां लोग परेशान हैं, वही गरीब ,लाचार ,बेसहारा लोग इस भीषण ठंड में साधन के अभाव में सरकार की ओर आस लगाए बैठे हैं| कड़ाके की ठंड होने पर भी बाँका नगर परिषद क्षेत्र में चौक चौराहे पर प्रशासन द्वारा अब तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है| वहीं इस संबंध में शहर के रोहित कुमार सिंह, अर्पित कुमार, विनय कुमार, शंकर सिंह, टुकटुककुमार, कुमारी नाव्या, सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि यहां कड़ाके की ठंड में सरकार द्वारा लोगों को किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई |जबकि सरकार द्वारा चौक चौराहे पर ठंड में अलाव की व्यवस्था की जाती है लेकिन यहां के जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी के उदासीन रवैया के कारण यहां सरकार की कोई सहायता नहीं मिलना यह दर्शाता है कि इस जिला के जनप्रतिनिधि और प्रशासन कितना अकर्मण्य है ।