पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोगों के मनपसंद रेडियो कार्यक्रम प्रधानमंत्री के ’मन की बात’ की चर्चा करते हुए कहा कि रविवार को इसका 100 वां संस्करण है। उन्होंने इसे दुनिया का अनोखा कार्यक्रम बताते हुए कहा कि किसी भी देश के नेता का जनता से चर्चा करना, संवाद करना इसका कोई और उदाहरण नहीं है। उन्होंने कहा कि 2014 से प्रारंभ यह कार्यक्रम अनवरत चल रहा है।
पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होने वाला मन की बात कार्यक्रम का 100 वां संस्करण देश में करीब 4 लाख स्थानों पर सुना जाएगा।
पटना साहिब के सांसद ने बताया कि उनके लोकसभा क्षेत्र में इस कार्यक्रम को सुनने के लिए 620 स्थानों पर व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कल के दिन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम 52 भाषाओं में प्रसारित किया जाता है, जिसमें दुनिया की 11 भाषाएं भी शामिल हैं।
श्री प्रसाद ने आगे कहा कि हमें हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गर्व है कि इस कार्यक्रम में राजनीति का ’र’ और पालिटिक्स के ’पी’ की भी चर्चा नहीं करते बल्कि इस कार्यक्रम में राष्ट्र निर्मण, चरित्र निर्माण, देश के संस्कार, संस्कृति, पर्यावरण की चर्चा की जाती है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री बिहार की मधुबनी पेंंटिंग की बहनों की चर्चा करते हैं तो अच्छे खिलाड़ी की बात करते है। फिजी में गाए जाने वाले फगुआ की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के जरिए शुद्ध गैर राजनीतिक सांस्कृतिक संवाद करते हैं।
उन्होंने इस कार्यक्रम के असर की चर्चा करते हुए बताया कि हाल ही में इंडियन इंस्टीच्यूट, रोहतक के द्वारा इस कार्यक्रम का अध्ययन कराया गया, जिसमें यह बात खुलकर सामने आई कि इस कार्यक्रम को 100 करोड़ लोग कम से कम एक बार जरूर सुन चुके हैं। अध्ययन में यह भी बात सामने आई कि इस कार्यक्रम को 23 करोड़ लोगों ने नियमित रूप से देखा है, जबकि 96 प्रतिशत लोग इस कार्यक्रम से परिचित है। इस कार्यक्रम में बराक ओबामा भी आ चुके हैं।
पत्रकारों के पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि 23 अप्रैल को बिहार कारा हस्तक में ’काम में तैनात सरकारी सेवक की हत्या’ को विलोपित किया गया है। उन्होने नीतीश कुमार से सवाल करते हुए कहा कि आपकी सरकार ने यह लाया क्यों और फिर विलोपित क्यों किया।
उन्होंने कहा कि जब कोई भी कानून लाया जाता है या विलोपित किया जाता है, तो उसका कोई आधार होता है। सरकार बताए कि कानून लाया क्यों गया था।
उन्होंने कहा कि जी कृष्णैया की हत्या नृशंस दुर्भाग्यपूर्ण हत्या है। उन्होंने कहा कि हम उनके परिवार की पीड़ा के साथ हैं। उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने केस किया और जब लोअर कोर्ट में ट्रायल हुआ तो लालू प्रसाद की सरकार थी। इसके बाद अपील चला और सर्वोच्च न्यायालय ने सजा बहाल की तो नीतीश कुमार की सरकार थी। आखिर उस समय सरकार ने इसका विरोध क्यों नहीं किया। उन्होंने सवाल किया कि क्या बिहार सरकार ने कभी कृष्णैया जके परिवारों को मदद की ।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व विधायक नितिन नवीन भाजपा के वरिष्ठ नेता विधायक अरुण कुमार सिन्हा प्रदेश प्रेस पैनलिस्ट विनोद शर्मा भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह अशोक भट्ट राजेश कुमार झा भाजपा पटना महानगर अध्यक्ष अभिषेक चंद्रवंशी उपस्थित थे