बिहारराजनीति

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खुलासे पर खामोश क्यों हैं प्रधानमंत्र : उमेश सिंह कुशवाहा

पटना । पुलवामा की आतंकी घटना के संदर्भ में जम्मू- कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खुलासे के बाद बिहार जदयू द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ प्रतिरोध में पटना के जेपी गोलंबर से कारगिल चौक तक ‘छात्र-युवा’ मार्च निकाला गया। कारगिल चौक के शहीद स्मारक पर जदयू के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने माल्यार्पण कर जवानों को श्रदांजलि दी।
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने केंद्र सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए देश के बहादुर सेनाओं का इस्तेमाल करना हम किसी भी कीमत में स्वीकार नहीं करेंगे। जदयू इसका पुरजोर तरीके से विरोध करती है। राष्ट्र की स्मिता और देश की सुरक्षा के साथ अगर सरकार खिलवाड़ करेगी तो हम चुप नहीं बैठेंगे। पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा उठाए गए सवालों पर प्रधानमंत्री खामोश क्यों हैं?

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आगे उन्होंने कहा कि भाजपा वाले फर्जी रास्ट्रवादी हैं। दुर्भाग्य का विषय है कि भाजपा सत्ता के लिए सेना का राजनीतिकरण कर रही है। जनता के सामने आज मोदी सरकार का काला सच उजागर हो चुका है। सच बोलने के जुर्म में पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक को सीबीआई का नोटिस भेजा जा रहा है। सीबीआई का दुरुपयोग कर सच को दबाने की कोशिश हो रही। भाजपा की तानाशाही अब चरम पर है। जदयू पूरी ताकत से पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के साथ खड़ी है।
पैदल मार्च में मुख्य रूप से विधान पार्षद रवीन्द्र प्रसाद सिंह, मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार, प्रदेश प्रवक्ता मंजीत सिंह, अंजुम आरा, प्रदेश महासचिव चन्दन कुमार सिंह, अशोक कुमार बादल, परमहंस कुमार, वासुदेव कुशवाहा, मनीष कुमार, नीतीश पटेल, दिव्यांशु भारद्वाज, सविता नटराज, मनीष कुमार यादव, श्वेता विश्वास, राम कुमार राम, प्रशांत कुमार, चंदन पटेल, बंटी चंद्रवंशी समेत कई जदयू के वरीय नेता उपस्थित रहे।

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