जासूसी गुब्बारे पर बोले बाइडन, कहा- चीन सरकार ही कर सकती है ऐसी बेशर्म हरकत

वाशिंगटन। अमेरिका में चीन के जासूसी गुब्बारे को गिराए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनातनी बनी हुई है। मलबे को एकत्र करने में लगे अमेरिका ने इसे चीन को वापस करने से इन्कार किया है। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक सवाल के जवाब में व्यंगात्मक लहजे में कहा कि चीन अमेरिकी महाद्वीप में ऐसी बेशर्म हरकत कर सकता है, क्योंकि वह चीन सरकार है।अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने स्थानीय समयानुसार सोमवार को प्रेसवार्ता में कहा कि सवाल चीन पर अविश्वास का नहीं है, बल्कि यह निश्चय करने का है कि हम कहां चीन के साथ काम करें और कहां विरोध करें। वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने मंगलवार को कहा कि उनका देश दृढ़ता से अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा करेगा। दावा किया कि यह निगरानी गुब्बारा नहीं था, बल्कि यह मौसम संबंधी शोध के लिए था। उन्होंने अमेरिका की आक्रामक प्रतिक्रिया की आलोचना करते हुए कहा कि यह शांति और पेशवराना रवैया नहीं कहा जा सकता।अमेरिका का दावा- यह एक निगरानी गुब्बारा था यह निगरानी गुब्बारा था अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जान किर्बी ने प्रारंभिक सूचना के आधार पर कहा है कि हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि यह एक निगरानी गुब्बारा था। उन्होंने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है संदिग्ध गुब्बारे का मलबा वापस करने का इरादा नहीं है। कहा, प्रोपेलर से युक्त गुब्बारा अपनी गति को कम करने व बढ़ाने में सक्षम था। गुब्बारा 200 फीट की ऊंचाई पर कई हजार पाउंड वजनी पेलोड के साथ उड़ रहा था। यह स्थानीय जेट विमान के आकार का था।