
चुन्नु सिंह
साहिबगंज (झारखंड)
गुरुवार को मॉडल कॉलेज राजमहल में प्रकृति का पर्व सरहुल एवम् 46 वाँ संथाली साहित्य दिवस मनाया गया । इस अवसर पर भारतीय संस्कृत ज्ञान में सफल 220 छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया ।
कार्यक्रम का शुरुआत शहीद वीर सिदो कान्हु के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित और माल्यार्पण के साथ दीप प्रज्वलित कर अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।
अतिथियों ने प्रकृति के पर्व सरहुल पर वृक्षारोपण का संदेश दिया । साथ ही कहा की आदिवासी जनजातियों का पर्व बाहा सरहुल जो प्रकृति के संरक्षण का संदेश देता है और अपने संस्कृति के प्रति जागरूक होने का सबको बोध कराता है ।
वही आज संथाली साहित्य का अवसर पर अतिथियों ने सभी को बधाई एवम् शुभकामनाएं दी ।
इस अवसर पर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास, सत प्रतिशत रोजगार और आत्मनिर्भर बनाने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता मॉडल कॉलेज राजमहल के प्राचार्य रंजित कुमार सिंह ने किया । मुख्य अतिथि व वक्ता के रूप में मौजूद आचार्य पुणेयशानंद एवम संयोजक प्रो सुरेंद्र प्रसाद यादव मौजूद रहे । कार्यक्रम का संचालन शिक्षक प्रवीर कुमार ने किया।
आचार्य पुणेयशानंद ने कहा कि शिक्षा उदरपोषक नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति ज्ञान गुरुकुल परंपरा आधारित हो। छात्र छात्राओं को शिक्षा और जीवन के लक्ष्य को विस्तर से समझाया । आत्मनिर्भर के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधन स्थानीय स्तर पर ही तैयार हो । कच्चा माल बाहर नहीं जाना चाहिए बल्कि स्थानीय स्तर पर उद्योग लगाकर लोगों को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम होना चाहिए। वही डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि वैश्विक स्थिति में तेजी से बदलाव हो रहे हैं लेकिन हम अपने मूल जुड़ भारतीय संस्कृति संस्कार और शिक्षा ज्ञान सेवा त्याग चरित्र और अनुशासन का पाठ सिखाती है।
छात्र छात्रों से प्रश्न उत्तर संवाद भी किया गया जिसमें छात्रा आस्था ने यूपीएससी के लिए अपने लक्ष्य रखा । वही प्रो अमितेश कुमार और सूरज कुमार ने भी छात्र छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में जानकारी दिया।
धन्यवाद ज्ञापन प्रो सुरेंद्र प्रसाद यादव ने किया। कार्यक्रम में मोहन सुमित विनय बबलू श्यामलाल उरांव आदि दर्जनों छात्र छात्राओं ने भाग लिया।