बिहारराजनीति

अतिपिछड़ा होने के कारण भाजपा ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को नही दी भारत रत्न : उमेश सिंह कुशवाहा

गया। गया जिला के टिकारी विधानसभा में जदयू द्वारा कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। इस दौरान अपने सम्बोधन में उमेश सिंह कुशवाहा ने भारतीय जनता पार्टी पर जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों को वध करना चाहती है। जदयू जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की लगातार मांग करती रही है। लेकिन केन्द्र में बैठी भाजपा सरकार जननायक को भारत रत्न का पुरूस्कार सिर्फ इसलिए नही दे रही है क्योकि वे अतिपिछड़े समाज से आते हैं।
उन्होंने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर सामाजिक न्याय के सबसे बड़े पक्षधर थे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हीं के विचारों को अनुसरण कर बिहार में सामाजिक न्याय को स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहे हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का प्रयास रास नहीं आ रहा है। आप सभी ने देखा होगा कि बिहार नगर निकाय चुनाव के दौरान भाजपा ने पिछले दरवाजे से पटना उच्च न्यायालय में अतिपिछड़ा आरक्षण के खिलाफ याचिका दायर किया। अगर भाजपा नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़ा आरक्षण को समाप्त करने में सफल हो जाती तो इनका अगला टारगेट ग्राम पंचायत में पिछड़े और अतिपिछड़े समाज को मिलने वाले आरक्षण को खत्म करना होता लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इच्छा शक्ति का नतीजा है कि भाजपा का यह नापाक मंसूबा विफल हो गया। भारतीय जनता पार्टी हमेशा से अति-पिछड़ा और दलित समाज का विरोधी रही है। कुछ महीने पूर्व केंद्र की सरकार द्वारा बाबू जगजीवन राम के नाम पर चल रही छात्रावास योजना को केवल इसलिए बंद कर दिया गया क्योंकि दलित समाज से आने वाले जगजीवन राम नाम के आगे लगे बाबू शब्द भाजपा को नागवार गुजर रहा था।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने 18 वर्षों के कार्यकाल में सबसे अधिक दबे-कुचले, वंचित, पिछड़े और दलित समाज को सशक्त बनाने का काम किया। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 2005 में सत्ता संभालने के ठीक 1 वर्ष बाद यानी 2006 में ही पिछड़ा आयोग का गठन किया। वर्ष 2006 में अति पिछड़ों के लिए पंचायती राज तथा वर्ष 2007 में नगर निकाय चुनाव में आरक्षण देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। सात निश्चय योजना के माध्यम से अति पिछड़ा समाज के टोले एवं मोहलों को पक्की सड़क से जोड़ा गया साथ ही उनके घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचने की व्यवस्था की गई। बिहार सरकार द्वारा सात निश्चय योजना के लिए उन वार्डों को पहली प्राथमिकता दी गई जहां दलितों की जनंसख्या सबसे अधिक थी। अतिपिछड़े समाज की युवाओं को शैक्षणिक रूप से भी सशक्त करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी ने कई निर्णायक कदम उठाए। अत्यंत पिछड़ा वर्ग मेधावृत्ति योजना, जननायक कर्पूरी ठाकुर कल्याण छात्रावास योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कौशल विकास योजना, छात्रावास अनुदान योजना के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी ने अति पिछड़ा एवं पिछड़ा समाज के युवाओं में विश्वास पैदा करने का काम किया।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अतिपिछड़ा समेत कमजोर वर्गो के लिये सात निश्चय योजना सर जमीन पर लाने का काम किया है। आज उसी के अनुसार बिहार प्रदेश जदयू ने सात टीम बनाकर आगामी 24 जनवरी 2024 जननायक क 100वी जयंती तक प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को चरणबद्ध तरीके से सात-सात विधानसभा क्षेत्रों में कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम का भव्य आयोजन करने का निर्णय लिया। आज हमारा कार्यक्रम गया जिला के टिकारी विधानसभा में निर्धारित था इसके अलावे अन्य जिलों के सात विधानसभा क्षेत्र में आज यह कार्यक्रम हो रहा है। पूर्वी चंपारण जिला के केसरिया विधानसभा में, समस्तीपुर जिला के मोरवा विधानसभा में, बांका जिला के बेलहर विधानसभा में, किशनगंज जिला के बहादुरगंज विधानसभा में, सारण जिला के मांझी विधानसभा में, रोहतास जिला के दिनारा विधानसभा में पार्टी के वरीय नेतागण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।

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