पटना। जदयू मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा एवं विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने आमजनों की समस्याओं को सुनकर उनके त्वरित निष्पादन हेतु संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से मुखातिब होते हुए संजय झा ने कहा कि नेपाल में जब भी रिकॉर्ड बारिश होती है तब उसका सबसे अधिक प्रभाव बिहार में होता है, आज भी नेपाल में जबरदस्त बारिश हुई है और लगभग तीन लाख क्यूसेक पानी नेपाल की तरफ़ से छोड़ा गया है, विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। हाईडैम की मांग को लेकर हमनें कई बार केंद्र सरकार के समक्ष अपनी बात रखी है क्योंकि हाईडैम ही इस समस्या का एकमात्र समाधान है। पटना उच्च न्यायालय के द्वारा भी हाईडैम बनाने को लेकर ऑटोरिट गठित करने की बात कही गई मगर केंद्र सरकार न जाने बिहार से कौन सा दुश्मनी निकाल रही है।
श्री झा ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बिहार के अंदर जो भी काम करना है वो काम सरकार पुरी तत्परता से कर रही है, केंद्र सरकार से कहीं कोई सहयोग हमें नहीं मिला है। बिहार के हितों को अनदेखा कर फ़रक्का का निर्माण करवाया गया, गंगा नदी के किनारे बसे सभी शहरों पर हर वर्ष बाढ़ का ख़तरा रहता है।
विपक्षी दलों की बैठक के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि दोनों बैठकों में सकारात्मक बातचीत हुई है और हमें विश्वास है कि मुंबई में आयोजित होने वाली तीसरी बैठक से इसके स्वरुप को लेकर कोइ ठोस नतीजा निकलेगा। आगे उन्होंने कहा कि किसी ने यह उम्मीद नहीं की थी सभी विपक्षी दल के नेता एक साथ आएंगे मगर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने नामुकिन प्रतीत हो रहे मिशन को मुमकिन बनाया।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद यादव जब भी हमारे साथ आते तब तब केंद्र सरकार की जांच एजेंसियां अत्यधिक सक्रीय हो जाती है और गठबंधन से अलग होते ही जांच एजेंसियों की सक्रियता कम हो जाती है। जांच एजेंसियों को लालू प्रसाद यादव के उम्र और सेहत का ख्याल रखना चाहिए।
इस कार्यक्रम में जदयू के मुख्य सचेतक सह बिहार विधान परिषद संजय कुमार सिंह ‘‘गांधी जी’’ एवं प्रदेश महासचिव श्री अरुण कुमार सिंह मौजूद थे।