बिहारराजनीति

शराब पीने से हो रही मौत हत्या, हत्यारों को बचाने में जुटा प्रशासन: डॉ संजय जायसवाल

प्रशासन ने सच छिपाने के लिए धमकी देकर शवों को कराया अंतिम संस्कार: डॉ संजय जायसवाल
नीतीश राजा फराओ बन गए हैं : डॉक्टर जयसवाल

पटना । बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में शराब पीने से लोगों की हो रही मौत पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार की सरकार पर भड़कते हुए कहा कि सही अर्थों में यह हत्या है। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से हुई मौत को आखिर छिपाने की जरूरत क्या है।
पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में डॉ जायसवाल ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि 2000 साल पहले मिस्र में फराओ राजा हुआ करता था, जिसके गलती के कारण हजारों जनता मारी गई थी। उसी तरह बिहार में भी एक राजा हो गए है, नीतीश कुमार जी, जिनके काल में अचानक लोग मर जाते हैं और किसी को कारण नहीं पता चलता है।
उन्होंने कहा कि पूर्वी चंपारण जिले में तीन दिनों में 24 से ज्यादा लोगों की मौत जहरीली शराब से हो गई है। इसमें मेरे लोकसभा बेतिया के भी सात लोग शामिल है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के लोगों ने रातभर उन घरों में पहुंचकर मृतक के परिजनों को धमकी दी, कि मृतकों के शवों को जला दो नहीं तो तुम सबको जेल भेज देंगे। इसके बाद लोगों ने शवों का अंतिम संस्कार कर दिया।
डॉ जायसवाल ने कहा कि स्थिति कितनी भयावह है, इसका अंदाजा इसी से लग जाता है कि बुनियाद पासवान की आज अस्पताल में मौत होती है, लेकिन उसके शवों का भी पोस्टमार्टम नहीं कराया जाता है।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रशासन को डर था कि अगर यह पोस्टमार्टम हो जाएगा तो यह राज खुल जाता कि जहरीली शराब से मौत केवल तुरकौलिया और हरसिद्धि में नहीं हुई है, बल्कि सुगौली में भी हुई है। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब के तंत्र को पूरे तरीके से प्रशासन का सहयोग हासिल है।
उन्होंने कहा कि अगर जहरीली शराब से मौत हेा रही है तो शराब बेचने वाले को बचाने के लिए प्रशासन क्यों परेशान है।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां एक ऐसा डायरिया बीमारी चलती है, जो न यहां किसी महिला को होता है न उसके किसी परिवार के सदस्य इससे ग्रसित होते हैं। इस बीमारी से कमाने वाले मर्द पीडित् होते हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने एक नई बीमारी का आविष्कार किया है जिसका नाम ’पुलिस माफिया गठजोड़ाइटिस’ है, जिससे लोगों की मौत हो रही है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी कहते हैं कि पीने वाला मरेगा, तो पिलाने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली महतो और नारायण महतो के आंख की रोशनी चली गई है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार मिस्र के उस राजा की तरह अपने लोगों की मौत देख रहे है। उन्होंने कहा कि कोई कार्रवाई इसलिए नहीं किया जा रहा है मरने वालों में अनुसूचित जाति और अति पिछडे समाज के लोग हैं, जिन्हें न्याय दिलाना ही सरकार नहीं चाहती है।
डॉ जायसवाल ने कहा कि वे छपरा में हुई जहरीली शराबकांड की तरह मानवाधिकार आयोग जाएंगें और फिर नीतीश कुमार रूदाली करेंगे। उन्होंने कहा कि छपरा में मरने वालों का सरकारी आंकडा 28 था जबकि मानवाधिकार आयोग ने 72 लोगों की मौत बताई।
डॉ. जाययवाल ने पूर्वी चंपारण के मृतक के परिजनों को भरोसा देते हुए कहा कि भाजपा मानवाधिकार आयोग और अनुसूचित आयोग जाकर निदेवन कर उसकी टीम यहां बुलाएगी और मृतकों को जरूर न्याय दिलाने का काम करेगी।
इस प्रेस वार्ता में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धार्थ शंभु, प्रदेश प्रवक्ता प्रोफेसर अजफर शम्सी, प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह ,अशोक भट्ट, राजेश कुमार झा उपस्थित रहे।
बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने शराब से हुई मौत पर कसा तंज, नीतीश सरकार में ’पुलिस माफिया गठजोड़ाइटिस’ बीमारी से मर रहे लोग

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