बिहारराजनीति

महापरिवर्तन के लिए पुनः तैयार है पूर्णिया : उमेश सिंह कुशवाहा

पटना । पूर्णिया में प्रमंडलीय स्तर समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए बिहार जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पूर्णिया की धरती पर क़दम रखकर मुझे बेहद आनंद की अनुभूति हो रही है क्योंकि यह धरती राजनीतिक चेतना की धरती रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी अपने जीवन में तीन बार पूर्णिया आए थे। मान्यता यह भी है कि पांडवों ने अपना अज्ञातवास इसी इलाके में काटा था, स्वतंत्रता आंदोलन के समय भी क्रांतिकारियों ने अज्ञातवास के लिए पूर्णिया को ही चुना था। यानी महाभारत के काल से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन की सफलता में पूर्णिया का विशेष योगदान रहा है और एक बार फिर पूर्णिया की यह धरती देश में महापरिवर्तन के लिए अपना कमर कस चुकी है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के मिशन को सफ़ल बनाने के लिए पूरी एकजुटता से निष्ठापूर्वक कार्य करने की आवश्यकता है। निचली इकाइयों तक संगठन को मजबूती प्रदान करने एवं पार्टी के विस्तार हेतु समीक्षा के लिए यह प्रमंडलवार दौरा माता सीता के जन्मभूमि व पूज्यनीय बापु के कर्मभूमि चंपारण से शुरू हुआ है। इस दौरे का मुख़्य उद्देश्य भाजपा को सत्ता से बेदखल करना है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के कुशासन से देश का हर वर्ग आज आक्रोशित है। 9 सालों के शासनकाल में अभी तक केंद्र की मोदी सरकार ने एक भी काम देश की जनता के हित में नहीं किया है। केंद्र सरकार के क्रियाकलापों से ऐसा लगता है की भाजपा के लोगों का जनसरोकार से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है और न ही इनके एजेंडे में विकास की कोई जगह है।
उन्होंने कहा कि 2024 में भाजपा की विदाई सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार के नेतृत्व में देश भर के तमाम विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं, और 23 जून को पटना में हुई विपक्षी पार्टियों की बैठक में सभी लोगों ने एक स्वर में ‘‘भाजपा हटाओ देश बचाओ’’ का नारा दिया है। भाजपा का आलाकमान विपक्षी एकजुटता से डर और घबराहट में है। जिस तरह के नाज़ुक हालात हमारे देश में अभी बने हुए हैं, ऐसे में जदयू के कार्यकर्ताओं पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। भाजपा का सत्ता में बने रहना देश के लोकतंत्र, संविधान और गौरवशाली विरासत के लिए ठीक नहीं है।

उमेश कुशवाहा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने प्रति वर्ष दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने भरोसा दिलाया था मगर आज वस्तुस्थिति क्या है हम सभी भली-भांति जानते और समझते हैं। एक तरफ हमारे देश का युवा उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद भी नौकरी के लिए दर-दर भटकने पर मजबूर है और दूसरी तरफ केंद्र की सरकार खाली पड़े रिक्त पदों पर भी बहाली के लिए कोई पहल नहीं कर रही है। बेरोजगारी के साथ रिकॉर्ड तोड़ महंगाई भी आम जनता के लिए नासूर बन गया है। भाजपा के काले कारनामों का अंत 2024 में होना तय होना अब है, बिहार सहित देश के तमाम राज्यों में भाजपा को शिकस्त देने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो चुके हैं।
इस बैठक में मुख्य रूप से पूर्णियां के सांसद संतोष कुशवाहा, कटिहार के सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी, बराड़ी के विधायक विजय सिंह, मुख्यालय प्रभारी चन्दन कुमार सिंह, प्रमंडल प्रभारी भूमिपाल राय, पूर्व मंत्री सह किशनगंज जिलाध्यक्ष नौशाद आलम, पूर्णिया के जिलाध्यक्ष राकेश सिंह, अररिया के जिलाध्यक्ष आशीष पटेल, कटिहार जिलाध्यक्ष शमीम इकबाल, पूर्व विधायक मुजाहिद आलम, पूर्व विधायक सबा जफर सहित अन्य पार्टी के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।

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