भाकपा-माले को एक विशाल व जीवंत मास बोल्शेविक पार्टी में बदल: दीपंकर भट्टाचार्य
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- पार्टी संगठन के मसविदा दस्तावेज पर तकरीबन 35 प्रतिनिधियों ने बहस में हिस्सा लिया और अपने विचार रखें।
पटना। सदन की ओर से आए हुए प्रश्नों को समेटते हुए माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भाकपा-माले को एक विशाल व जीवंत मास बोल्शेविक पार्टी में बदल देने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि मजबूत होती हुई पूंजी से लड़ने के लिए हमें इस तरह के संगठन की जरूरत है। हमें अपने बूते ही आगे बढ़ना होगा। हम किसी के भरोसे नहीं रह सकते। उन्होंने महेश्वर लिखित ‘सृष्टि बीज का नाश न हो…’ गीत का जिक्र करते हुए कहा कि हमें हर प्रकार से तैयार रहने वाली पार्टी बनना है।
उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्यता एक बड़ी बात है और हम सबको इस जिम्मेवारी को संजीदगी से लेना चाहिए। जनता का स्वार्थ ही पार्टी का स्वार्थ है। पार्टी कमिटियों में महिलाओं की प्रतिशतता पर हम आगे बढ़े है। आने वाले दिनों में इसे और आगे बढ़ाना है। अपनी विचारधारा पर कायम रहते हुए हमें भारत की सामाजिक-राजनीतिक विविधिता को संबोधित करने का काम करना होगा।