पीरपैंती।पीरपैंती के दुबौली के निकट मैनाबाड़ी काली मंदिर में परम पूज्य श्री राम भूषण दास जी महाराज ऊर्फ उड़िया बाबा के सानिध्य में नौ कुंडीय शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है । रविवार को भव्य कलश शोभा यात्रा दुबौली मैनाबाड़ी काली मंदिर परिसर से निकला जो साहाबाद ग्राम होते हुए मिर्जाचौकी रेलवे फाटक पार कर पत्थलखान गांव पहुंची और वहां से रेलवे पुल के नीचे से पुनः दुबौली ग्राम होते हुए मंदिर परिसर पहुंची ।
कलश यात्रा में हजारों की संख्या में बिहार और सीमावर्ती झारखंड के मिर्जाचौकी बाजार के उड़िया बाबा के भक्त गण जुलूस में शामिल थे । साहाबाद में आरडी पब्लिक स्कूल के पास यज्ञ की जुलूस पहुंचते ही वहां स्कूल के बच्चों एवम ग्रामीणों ने महंत रामदास भूषण जी महाराज और उनके साथ चल रहे अयोध्या से आए साधु संतों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत और अभिनंदन किया ।
रास्ते में जगह जगह लोग पानी शरबत की भी वायवस्था किए हुए थे । तपती धूप में भक्त गण करीब 5 किलोमीटर नंगे पैर कलश यात्रा में चेहरे पर बिना शिकन के जय श्री राम का नारा लगा रहे थे ।
इस यज्ञ में संत समाज के श्री संप्रदाय जगत गुरु रामानंद संप्रदाय से जुड़े साधु संत करीब 50 की संख्या में इस यज्ञ में शामिल हो रहे हैं । अयोध्या से आए इतनी संतो और उनकी पूजन पाठ, योग देखने के लिए लोग बहुत ही उत्सुक है । संतों के इसी श्री संप्रदाय से प्रसिद्ध परम पूज्य देवरहा बाबा भी आते थे । पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अक्सर देवराहा बाबा की आशीर्वाद लेने जाति रही थीं ।
इस यज्ञ की खासियत है की इस यज्ञ में हवन में नौ ग्रहों की लकड़ी और केवल गऊ माता के घी का प्रयोग किया जाएगा जिसमे चंदन की लकड़ी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग होगा ।
महंत रामभूषण दास जी महाराज ने बताया कि इस क्षेत्र , प्रदेश , देश और विश्व कल्याण के लिए इस यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है । यज्ञ में अयोध्या से आए प्रमुख संत रथ पर सवार हो कर चल रहे थे और भगवा धवज लिए हिंदू धर्मावलंबी जय जय कारा लगा कर साथ चल रहे थे । कलश यात्रा में घुड़सवारों की चहलकदमी देखते ही बन रही थी ।