प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के पहल पर 23 जून को पटना में आयोजित विपक्षी एकता की बैठक में देशभर के सभी विपक्षी पार्टियों ने पूरी एकजुटता से भाजपा को शिकस्त देने का संकल्प लिया है, और इस संकल्प सिद्धि के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर संगठन को मजबूती प्रदान करने एवं संगठन को एकजुट रखने की आवश्यकता है, लिहाजा हमने प्रदेश के तमाम जिले एवं प्रमंडल क्षेत्रों का दौड़ाकर 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने का निर्णय लिया है जिसकी शुरुआत चंपारण की धरती से हुई है। किसी भी अभियान को शुरू करने के लिए इससे बेहतर जगह और क्या हो सकती है, जहाँ के कण-कण में संस्कार और जन-जन में सत्याग्रह हो। केवल राजनीतिक उद्देश्य से आपलोगों के बीच नहीं आया हूँ, उद्देश्य इससे कहीं बड़ा है। मैं बारी-बारी से बिहार के सभी प्रमंडलों में जाकर विकास-पुरुष नीतीश कुमार में आस्था रखने वाले उन तमाम साथियों से मिलूँगा जो उनके नेतृत्व में महापरिवर्तन के महायज्ञ का हिस्सा बनना चाहते हैं। हमारा देश आज जिस तरह की परिस्थितियों से गुजर रहा है उसमें जदयू के कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है परन्तु हमें पूरा विश्वास है कि हमारे संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी इसी जिम्मेदारी का निष्ठापूर्वक निर्वहन करेंगे। साथ ही बिहार के सभी 40 लोकसभा सीटों पर महागठबंधन की जीत को सुनिश्चित करने का काम करेंगे।
पत्रकारों द्वारा महागठबंधन में चल रही तनातनी को लेकर पूछे गए सवाल पर उमेश कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन पूरी मजबूती से एकजुट है और हमारी एकजुटता से घबराए विरोधियों द्वारा लगातार भ्रामक बातों को तूल दिया जा रहा है है। इस पर गौर करने की कोई आवश्यकता नहीं है। 2024 में प्रधानमंत्री उम्मीदवारी को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे जाने उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता में कई ऐसे योग्य और काबिल नेता है जो प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं परंतु मौजूदा परिस्थिति में प्रधानमंत्री पद के विषय में चर्चा करना हमारी प्राथमिकता नहीं है, हमारी प्राथमिकता देश को बचाना है, देश के संविधान को बचाना है और लोकतंत्र को बचाना है।
प्रेसवार्ता के दौरान मुख्य रूप में जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न कुशवाहा, प्रमंडल प्रभारी राॅबिन सिंह पटेल एवं मुख्यालय प्रभारी श्री रणविज कुमार उपस्थित थे।