
- जपा के खिलाफ जदयू का एक दिवसीय धरनावै
- संवैधानिक मुल्यो पर हमला बर्दाश्त नहीं करेगी जदयू – उमेश सिंह कुशवाहा
पटना। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नए संसद भवन का उद्घाटन कराए जाने व देश की महिला एवं आदिवासी समाज के अपमान के विरोध में जनता दल (यूनाइटेड) द्वारा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में पटना हाईकोर्ट के समीप स्थित बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अंबेदकर की प्रतिमा के समक्ष एकदिवसीय धरना का आयोजित किया गया।
इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह ‘‘ललन’’ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि महामहिम राष्ट्रपति के उम्मीदवारी की घोषणा करते समय प्रधानमंत्री छाती ठोककर खुद को दलितों व महिलाओं का सबसे बड़ा हितैषी बता रहे थें परन्तु चंद महीनों में उनका असली चेहरा देश की जनता के सामने बेनकाब हो गया, सिर्फ आदिवासी और महिला होने के कारण ही आज भाजपा द्वारा राष्ट्रपति को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह से दूर रखने की साजिश रची गई है। यह लोकतंत्र के दामन पर गहरा धब्बा है और 28 मई की यह तिथि काले दिन के रूप में सदैव स्मरण किया जाएगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हम जयप्रकाश नारायण के आंदोलन से निकले हुए दल हैं। बाबा साहेब भीमराव अंबेदकर, राम मनोहर लोहिया और जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों से प्रेरित होकर जदयू बनी है। हमारे लिए संवैधानिक मूल्यों की रक्षा पहली प्राथमिकता है और जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा एक घिनौने षड्यंत्र के तहत महामहिम राष्ट्रपति को संसद भवन के उद्घाटन समारोह से अलग रखा गया, यह संसदीय परम्परा और संविधान की बुनियाद पर बड़ा प्रहार है इसीलिए हमारी पार्टी ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर देश की महिला,आदिवासी और संवैधानिक मूल्यों के हक के लिए बाबा साहेब जी के प्रतिमा के समक्ष अनशन कर रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कर्नाटक के चुनाव में प्रधानमंत्री ने बजरंग बली के नाम पर वोट मांगने का काम किया लेकिन बजरंग बली भी इनके गलत कारनामों से नाखुश है इसीलिए उन्होंने गदा मारकर कर्नाटक से इनको बाहर भगा दिया।
सुशील मोदी द्वारा दिये जा रहे बयान पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि सुशील मोदी को 2024 की चिंता है क्योंकि 2024 में उनका कार्यकाल समाप्त होने वाला है और उन्हें शीर्ष नेतृत्व का डर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुशील मोदी के दो पुराने व्यक्तव्यों से आहत है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में एक मोदी पहले से मौजूद
है तो दूसरे मोदी की क्या आवश्यकता और साथ ही उन्होंने ने यह भी कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने के सभी गुण मौजूद हैं।
Koसाथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग संघ से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं को विदेश भेजकर मोदी-मोदी के नारे लगवा रहें हैं। विदेशों में मोदी-मोदी करवाते रहो देश में मोदी युग का अंत कर्नाटक से प्रारंभ हो चुका है। आज कल मोदी सिर्फ सुर्खियां बटोरने का लिए कहां-कहां चरणस्पर्श करवा रहे हैं यह भी देश की जनता से छिपी हुई नहीं है।
बिहार जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि विश्व को गणतंत्र का संदेश देने वाला हमारा भारत आज चंद राजनीतिक मठाधीशों के चंगुल में फंसकर गर्त में जा रहा है। भाजपा-आरएसएस द्वारा एक सोची समझी साजिश के तहत भारत के संवैधानिक बुनियाद को ध्वस्त करने की कार्यवाही चल रही है और हमारी पार्टी कभी इस कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश का संसद लोकतंत्र का पवित्र मन्दिर होता है परन्तु आज उस मन्दिर में भाजपा अपना राजनीतिक सर्कस दिखा रही है और यह सीधे तौर पर हमारी महान संस्कृति का अपमान है। संविधान के सर्वोच्च पद पर आसीन महामहिम राष्ट्रपति महोदय को इतने बड़े आयोजन से किनारे रखना यह सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है कि भाजपा देश से गणतंत्र को खत्म कर प्रजातंत्र थोपना चाहती है। आगे उन्होंने यह भी बताया कि संविधान का आर्टिकल 79 में स्पष्ट लिखा गया है कि ‘‘संघ के लिए एक संसद होगी, जो राष्ट्रपति और दो सदनों से मिलकर बनेगी’’ यानी देश के राष्ट्रपति संसदीय प्रणाली का एक अभिन्न और महत्वपूर्ण अंग है लेकिन भाजपा तथ्यों को तोड़-मरोड़कर जनता के सामने पेश कर रही है। इससे उनकी संविधान विरोधी मानसिकता का पता चलता है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राष्ट्रीय सचिव सह विधान पार्षद रविन्द्र कुमार सिंह, सांसद अनिल हेगड़े, विधान पार्षद संजय सिंह गांधी, विधान पार्षद सह मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार, पूर्व उपसभापति सलीम परवेज, पूर्व मंत्री डाॅ. रंजू गीता, भगवान सिंह कुशवाहा, सन्तोष कुमार निराला, निहोरा प्रसाद यादव, प्रदेश महासचिव वासुदेव कुशवाहा मनीष कुमार, रणविजय कुमार, डाॅ.अमरदीप, छोटू सिंह, नंदकिशोर कुशवाहा, सन्तोष कुशवाहा, जागेश्वर राय, ओमप्रकाश सेतु, किरण रंजन, पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक झा, राहुल शर्मा, अजय कुमार चौधरी, राजीव रंजन सिंह, हेमराज राम, अंजुम आरा, सुश्री विनीत स्टेफी पासवान, स्वेता विश्वास, डाॅ. धर्मेंद्र चन्द्रवँशी, नीतीश पटेल, ई. रामचरित्र प्रसाद सिंह, मनोज सिंह, वीरेंद्र गौड़, रीना चौधरी, कंचन बाला, विजय सिंह, एल.बी सिंह, हुलेश मांझी, शत्रुघ्न पासवान, राहुल खण्डेलवाल, संजय बाल्मीकि, श्रीमती यास्मिन खान समेत सभी जिलाध्यक्ष, प्रमंडलीय कार्यक्रम प्रभारी एवं विधानसभा प्रभारीगण मौजूद थे।