जितना ज्यादा हमलोगों ने पंचायत के लिए काम किया है उतना देश में कहीं नहीं हुआ है : नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पंचायती राज विभाग द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं का किया शुभारंभ
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित “संकल्प” में पंचायती राज विभाग द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास व शुभारंभ किया। इसके तहत मुख्यमंत्री ने 4171 करोड़ रुपये की लागत से बननेवाले 2000 पंचायत सरकार भवन का शिलान्यास किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन के माध्यम से 366 नवनियुक्त अंकेक्षकों के बीच नियुक्ति-पत्र का भी वितरण किया तथा ई- पंचायत पोर्टल का भी शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अंतर्गत 9500 अनुरक्षकों का प्लंबिंग प्रशिक्षण का भी मुख्यमंत्री ने शुभारंभ किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम से जुड़े सभी लोगों को इस शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर बधाई देता हूं। पंचायती राज विभाग के मंत्री और मुख्य सचिव ने सभी बातों की विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पंचायत सरकार भवन का नामकरण हमने किया है। पंचायत को ये इज्जत और प्रतिष्ठा देने के लिए नामकरण किया।
1517 पंचायत सरकार भवन का निर्माण पूर्ण हो चुका है और 857 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य चल रहा है।
विश्व बैंक को पता चला कि हमलोग पंचायत सरकार भवन का निर्माण करा रहे हैं तो उनलोगों ने कहा कि 330 पंचायत सरकार भवन के निर्माण में हम सहायता देंगे। आज 2000 पंचायत सरकार भवन का शिलान्यास किया गया है। बाकी जो बचे हुए 3683 पंचायत सरकार भवन हैं उनके लिए जल्द-से-जल्द एक महीने के अंदर स्थल का चयन कर लें और इसी वर्ष उनका भी निर्माण कार्य शुरू कराएं और वर्ष 2024 तक इसका निर्माण कार्य पूर्ण करें।
इस काम को तेजी से पूर्ण करेंगे तो मुझे बहुत खुशी होगी। सरकार की तरफ से हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम क्षेत्र में जाते हैं तो जहां पंचायत सरकार भवन बना हुआ है वहां की गतिविधियों की भी जानकारी लेते हैं। पंचायत सरकार भवन में वहां के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए हर प्रकार की सुविधा की व्यवस्था की गई है। जहां पंचायत सरकार भवन बनाया गया है और जहां बनाया जा रहा है वहां की छत पर सोलर प्लेट लगवाएं।
सभी सरकारी भवनों की छतों पर सोलर प्लेट लगाया जा रहा है ताकि सौर ऊर्जा को बढ़ावा मिल सके।
लोगों को अपने-अपने घरों में भी सोलर प्लेट लगाने के लिए भी प्रेरित करें। सौर ऊर्जा ही स्थायी ऊर्जा है। सभी पंचायत जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में घूमें और लोगों की समस्याओं से अवगत होते रहें ताकि उसका समाधान हो सके। पंचायती राज मंत्री भी क्षेत्र में जाकर समस्याओं से अवगत होते रहें और मुझे भी इसकी जानकारी देते रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितना ज्यादा हमलोगों ने पंचायत के लिए काम किया है उतना देश में कहीं नहीं हुआ है। पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि आजकल कुछ-कुछ मांग कर रहे हैं, किसी के चक्कर में मत पड़िए, मन लगाकर काम करते रहिये।
हम आपकी सुविधाओं के लिए जो भी संभव होगा करते रहेंगे। हमलोग जो यहां काम कर रहे हैं सबको दिख रहा है। केंद्र कोई काम नहीं कर रहा है, वे लोग सिर्फ मीडिया में बने रहते हैं। बिहार में पार्टी के आधार पर पंचायत चुनाव नहीं होता है, जबकि अन्य राज्यों में पार्टी के आधार पर चुनाव होता है। केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को मिलनेवाला उसके हिस्से का 41 प्रतिशत शेयर नहीं मिल पाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मेहनत करके अपने संसाधनों से काफी काम कर रही है। जब हम सरकार में आए थे तो राज्य का बजट 21 से 22 हजार करोड़ रुपये था। अब यह बढ़कर 2 लाख 63 हजार करोड़ रुपये हो चुका है। हर घर तक पक्की गली-नाली का निर्माण कराया गया है। जब हम सांसद थे तो अपने क्षेत्र में 13-14 किलोमीटर तक पैदल चलते थे। आवागमन की सुविधाओं का अभाव था लेकिन अब आवागमन को बेहतर बनाया गया है।
पुल, पुलिया, सड़कों का निर्माण किया गया। हर घर तक बिजली पहुंचाई गई ।
हर घर तक नल का जल पहुंचाया गया, जिसे बाद में केंद्र सरकार ने भी अपनाया। लड़कियों को पढ़ने के लिए साइकिल योजना, पोशाक योजना चलाई गई। जब साइकिल योजना की शुरुआत की गई तो विदेश से लोग इसको देखने और जानने के लिए आए थे, बाद में लड़कों को भी साइकिल योजना का लाभ दिया गया। राज्य में न सिर्फ सड़कों का निर्माण किया जा रहा है बल्कि उसका मेंटेनेंस भी किया जा रहा है।
राज्य के किसी भी इलाके से राजधानी पटना पहुंचने के लिए 6 घंटे का लक्ष्य को पूरा किया गया और अब 5 घंटे के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है।हमलोगों ने स्वयं सहायता समूह का गठन किया है। जीविका दीदियों का समूह बनाया गया है जिससे आज 1 करोड़ 30 लाख महिलाएं जुड़ गई हैं। कोई ऐसा साल नहीं है जब हम अपनी जीविका दीदियों से जाकर संवाद नहीं करते हैं। हम सभी स्तर के पंचायत प्रतिनिधियों से कहेंगे कि जो भी काम किया गया है उसे भूलें नहीं। आजकल नयी तकनीक आ गई है, लोग उसका उपयोग करें साथ ही पहले के कार्यों को भी जानें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत के सभी वार्डों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही है जिससे लोगों को रात में रौशनी की काफी सुविधा होगी और बिजली की भी काफी बचत होगी। सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। इस मीटर से जितना खर्च कीजिएगा उतना ही बिजली का बिल आएगा।
उन्होंने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि आज 2000 पंचायत सरकार भवन का शिलान्यास किया गया है। 366 नवनियुक्त अंकेक्षकों के बीच नियुक्ति-पत्र का भी वितरण किया गया है। ई-पंचायत पोर्टल का भी शुभारंभ किया गया है और मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अंतर्गत अनुरक्षकों को प्लंबिंग प्रशिक्षण दिलाने का कार्य का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी लोग आगे बढ़ें। हम पंचायत प्रतिनिधियों की इज्जत करते हैं। हम सबका सम्मान करते हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत में पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मिहिर कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के कार्यों पर आधारित एक चलचित्र दिखाया गया।
कार्यक्रम को वित्त, वाणिज्यकर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव, पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी तथा पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मिहिर कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मिहिर कुमार सिंह, वित्त विभाग के प्रधान सचिव श्री अरविंद कुमार चैधरी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्यपदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, पंचायती राज विभाग के निदेशक श्री आनंद शर्मा सहित पंचायती राज विभाग के अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी, त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के प्रतिनिधिगण और अन्य गणमान्य लोग जुड़े हुए थे।