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मुख्यमंत्री ने जगदेव बाबू के विचारों को सरजमीं पर उतारा : जयंत राज
पटना। जदयू में अमर शहीद जगदेव प्रसाद की 49वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, मंत्री लेसी सिंह, मंत्री जयंत राज, विधानपार्षद संजय कुमार सिंह ‘‘गांधी जी’’, विधान परिषद रविंद्र प्रसाद सिंह, विधानपार्षद ललन सर्राफ, पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री राम सेवक सिंह, पूर्व मंत्री संतोष कुशवाहा ने जगदेव प्रसाद के तैल्यचित्र पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया।
इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि समाज के दबे-कुचले और शोषित वर्गों की लड़ाई लड़ने वाले बाबू जगदेव प्रसाद की पुण्यतिथि के मौके पर हम उन्हें नमन करते हैं। वंचितों एवं गरीबों के अधिकारों के लिए उनका आजीवन संघर्ष आने वाली नई पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। बाबू जगदेव प्रसाद का कद और राजनीतिक प्रभाव इतना व्यापक था कि उनके शहादत के 50 वर्ष के बाद भी बिहार की राजनीति में उनका असर मजबूत बना हुआ है और आने वाले कई दशकों तक जगदेव बाबू का विचार समाज को सकारात्मक राह दिखाता रहेगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बाबू जगदेव प्रसाद ने जिस समानता और सामाजिक न्याय की परिकल्पना की थी, भारतीय जनता पार्टी आज उसकी धज्जियां उड़ा रही है। मोदी सरकार में दलितों एवं पिछड़ों के साथ भेदभाव हो रहा है। साजिश के तहत भाजपा ने बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजना को बंद कर दिया और अब डाॅ. भीमराव अंबेडकर के संविधान को भी बदलने की पुरजोर कोशिश हो रही है। आरएसएस ने भी कई बार अलग-अलग मंचो से आरक्षण को खत्म करने का संकेत दिया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कुछ महीने पहले नई संसद भवन का उद्घाटन किया गया था और उस उद्घाटन समारोह से महामहिम राष्ट्रपति जी को भाजपा ने सिर्फ इसलिए दूर रखा क्योंकि वह एक आदिवासी समाज की महिला है।
साथ ही बिहार सरकार के लघु एवं जलसंसाधन मंत्री जयंत राज ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की सरकार शहीद बाबू जगदेव प्रसाद के पदचिन्हों पर चलकर समाज के शोषित, वंचित और उपेक्षित वर्गों के उत्थान में लगातार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सामाजिक न्याय के साथ विकास की अवधारणा को आत्मसात कर अमर शहीद बाबू जगदेव प्रसाद जी के विचारों को सरजमीं पर उतारा है।