
चुन्नु सिंह
कहलगांव 31 मार्च 2025
चैती छठ पूजा के पावन अवसर पर दिनांक 3 अप्रैल 2025 को संध्या समय त्रिमुहान गंगा घाट पर मां गंगा महा आरती का दिव्य और भव्य आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन स्वर्गीय श्री दुर्गा प्रसाद सिंह की पुण्य स्मृति में किया जा रहा है। त्रिमुहान घाट के इतिहास में यह पहली बार है जब इतनी भव्य गंगा महा आरती संपन्न होगी। गंगा महाआरती कार्यक्रम त्रिमुहान ठाकुर बाड़ी के पीछे गंगा किनारे घाट पर संपन्न होगी ।
इस विशेष अवसर पर साहिबगंज, झारखंड के पांच बनारस से प्रशिक्षित पुरोहित मंत्रोच्चारण और धार्मिक अनुष्ठान के साथ गंगा महा आरती संपन्न करेंगे। संध्या के समय भजन संध्या का भी आयोजन किया गया है, जिसमें जाने-माने कलाकार अपनी भक्ति संगीत की प्रस्तुतियां देंगे।
गंगा महा आरती का उद्देश्य मां गंगा को स्वच्छ, अविरल और निर्मल बनाए रखना इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। गंगा के पारिस्थितिक तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने, गंगा जलीय जीवों की सुरक्षा तथा विशेष रूप से डॉल्फिन संरक्षण को प्रोत्साहित करने का संकल्प लिया जाएगा। गंगा केवल आस्था और पूजा का विषय नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता की आत्मा भी है।
गंगा लाखों लोगों की जीवनरेखा है, इसलिए इसे प्रदूषित करने से बचना चाहिए। गंगा में कूड़ा-करकट, पूजा सामग्री, प्लास्टिक, पॉलिथीन, थर्माकोल, साबुन, शैंपू, गंदे कपड़े, पशु स्नान, मरे हुए पशु या अधजले शव प्रवाहित करने से बचने का संकल्प लिया जाएगा। मां गंगा को केवल जलधारा नहीं, बल्कि जीवनदायिनी मानते हुए इसे मां का दर्जा देना आवश्यक है। कार्यक्रम की यजमान उम्दा देवी एवं पूजा कर्ता श्रीमती ललिता एवं श्री राजेश कुमार सिंह होंगे । कार्यक्रम के निवेदक प्रमोद कुमार सिंह , महाराणा प्रताप सिंह , स्व. श्री दुर्गा प्रसाद सिंह के छोटे पुत्र डॉ. रणजीत कुमार सिंह (भू वैज्ञानिक, पर्यावरणविद् एवं प्राचार्य, मॉडल कॉलेज, राजमहल, साहिबगंज, झारखंड) हैं । इस गंगा महाआरती के कार्यक्रम ज्यादा से ज्यादा लोगों के भाग लेने की संभावना जताई गई है।