
चुन्नु सिंह
साहिबगंज, 9 मई 2025
टेगोर विचार मंच साहिबगंज के तत्वावधान में शुक्रवार को 164वीं रवीन्द्रनाथ ठाकुर जयंती समारोह का आयोजन साहिबगंज रेलवे स्टेशन स्थित मेंस कांग्रेस यूनियन कार्यालय में हर्षोल्लास के साथ किया गया। कार्यक्रम में मालदा रेल मंडल के डीआरएम श्री यतीश कुमार सहित कई वरिष्ठ रेल अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. रणजीत कुमार सिंह (अध्यक्ष, टैगोर विचार मंच) द्वारा अतिथियों के स्वागत से हुई। इसके बाद रवीन्द्रनाथ ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन किया गया।
भारत स्काउट्स की ओर से रेल अधिकारियों को सलामी दी गई।
मुख्य अतिथि डीआरएम यतीश कुमार ने रवीन्द्रनाथ के अमर गीत “एकला चलो रे…” का उल्लेख करते हुए उन्हें युगपुरुष बताया। उन्होंने टेगोर विचार मंच को भरोसा दिलाया कि स्टेशन परिसर में स्थित रवीन्द्र प्रतिमा को सम्मानजनक स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा।
इस अवसर पर सीनियर डेन सी/एमएलडीटी नीरज वर्मा, सीनियर डीओएम ए के मौर्य, सीनियर डीएमई रत्नेश कुमार, सीनियर डीईई सी के पटेल, सीनियर डेन विद्युत मंडल सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने माल्यार्पण कर कविगुरु को श्रद्धांजलि अर्पित की।
डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने डीआरएम को अंगवस्त्र और पौधा भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। मंच के सचिव हिमांशु शेखर गुहा, सुधीर श्रीवास्तव और संताना पाल ने भी अधिकारियों को उत्तरीय पहनाकर सम्मानित किया।
राकेश कुमार (मेंस कांग्रेस यूनियन सचिव) ने रवीन्द्रनाथ के नोबेल पुरस्कार और जीवन यात्रा पर प्रकाश डाला। छात्रा सुप्रिया कुमारी ने कविगुरु के बहुआयामी व्यक्तित्व पर वक्तव्य देते हुए उन्हें लेखक, कवि, उपन्यासकार, दार्शनिक और दो राष्ट्रगानों के रचयिता के रूप में याद किया।
हिमांशु शेखर गुहा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि वर्ष 1997 में स्टेशन परिसर में रवीन्द्र प्रतिमा की स्थापना हुई थी। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को टैगोर की कविताओं और गीतों से भी अवगत कराया।
भारत स्काउट्स द्वारा आयोजित क्विज प्रतियोगिता में गौरव यादव, सौरभ सिंह, सज्जन कुमार, मोहम्मद जीसान, आलिया परवीन विजेता रहे। सुप्रिया कुमारी को विशेष पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर संताना पाल, समीर साहा, पंकज विश्वास, अनुराग सिंह, उमाशंकर, आदित्य कुमार, श्यामलाल उरांव, स्टेशन प्रबंधक राज हंस पाठक समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन संध्या समय सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और दीप के साथ होगा।